एसीबी पुलिस अधीक्षक ममता राहुल बिश्नोई ने बताया कि उपनिवेशन के तत्कालीन उपायुक्त अरुण प्रकाश (आरएएस) के खिलाफ नाचना में पदस्थापन के दौरान भूमिहीन कृषकों को नहरी भूमि आबंटन में अनियमिताओं की शिकायत पर एसीबी, जयपुर में अभियोग दर्ज किया गया था।
न्यायालय भ्रष्टाचार निरोधक अधिकरण जोधपुर से साक्ष्य एकत्र करने के लिए शर्मा एवं विजय के आवासों की तलाशी के लिए सर्च वारंट जारी करवाया गया। बाद में इसे एएसपी परबतसिंह को कार्रवाई के लिए सुपुर्द किया गया।
मकान पर ताला, निगरानी की
एएसपी परबतसिंह ने बताया कि १४ अप्रेल को जेएनवी कॉलोनी स्थित सुआलाल के मकान पर पहुंचे तो वहां ताला लगा था। वे जयपुर गए हुए थे। तब मकान को सील कर पुलिसकर्मी निगरानी के लिए लगाए। सोमवार को सुआलाल के बीकानेर आने की सूचना पर एसीबी टीम वहां पहुंची और सील तोड़कर मकान की तलाशी ली।
एएसपी परबतसिंह ने बताया कि १४ अप्रेल को जेएनवी कॉलोनी स्थित सुआलाल के मकान पर पहुंचे तो वहां ताला लगा था। वे जयपुर गए हुए थे। तब मकान को सील कर पुलिसकर्मी निगरानी के लिए लगाए। सोमवार को सुआलाल के बीकानेर आने की सूचना पर एसीबी टीम वहां पहुंची और सील तोड़कर मकान की तलाशी ली।
सिंह ने बताया कि निजी सहायक के आवास पर उपायुक्त उपनिवेशन कार्यालय नाचना की कृषकों की भूमि आबंटन से संबंधित मूल पत्रावलियां पाई गई, जबकि सुवालाल का करीब डेढ़ साल पहले बीकानेर स्थानांतरण हो चुका है।
पत्रावलियां घर पर क्यों
एएसपी सिंह ने बताया कि निजी सहायक सुआलाल से सरकारी पत्रावलियों को घर लाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उपनिवेशन आयुक्त कार्यालय के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी पवन शर्मा एवं सदर मुंशरिम राजेश शर्मा पूर्व में नाचना में पदस्थापित थे, इन्होंने पत्रावलियां दी थी और इन पर अरुण प्रकाश शर्मा के हस्ताक्षर करवाने थे।
एएसपी सिंह ने बताया कि निजी सहायक सुआलाल से सरकारी पत्रावलियों को घर लाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उपनिवेशन आयुक्त कार्यालय के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी पवन शर्मा एवं सदर मुंशरिम राजेश शर्मा पूर्व में नाचना में पदस्थापित थे, इन्होंने पत्रावलियां दी थी और इन पर अरुण प्रकाश शर्मा के हस्ताक्षर करवाने थे।
अरुण प्रकाश शर्मा से बात की तो उन्हों इन पत्रावलियों पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। सुआलाल ने बताया कि इन पत्रावलियों को पवन व राजेश को लेने के लिए कह दिया था, लेकिन वे लेकर नहीं गए।