तभी एसीबी टीम ने दोनों को दबोच लिया और विरेन्द्र सिंह की जेब से रिश्वत की राशि बरामद कर ली। एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि परिवादी हरदेव सिंह ने लिखित शिकातय दर्ज कराई थी कि उसके भाई की जमीन 18 जेएमडी में स्थित है,जमीन के नामांतरण की नकल देने के लिए हल्का पटवारी छह हजार रूपए रिश्वत मांग रहा है।
शिकायत का सत्यापन करने के बाद ब्यूरो टीम ने कार्रवाई की योजना बना कर बुधवार सुबह आरोपी पटवारी अभिषक चौधरी और उसके सहायक विरेन्द्र सिंह को गिरफ्त में ले लिया। आरोपी पटवारी अभिषेक चौधरी पुत्र शिवसिंह यादव रावला मंडी का निवासी है जबकि उसके साथ पकड़ में आया सहायक विरेन्द्र सिंह पुत्र गोपाल सिंह राजपूत श्रीडूंगरगढ तहसील के लालासर गांव का रहने वाला है। एसीबी ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक एक्ट के तहत कार्रवाई दर्ज कर दोनों के घरों और ठिकानों पर तलाशी शुरू कर दी है।