पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ टोल नाका ऑपरेशन हैड उदय गोविन्दराव शिंदे ने रिपोर्ट दी है। उसने रिपोर्ट में बताया कि २१ फरवरी को दोपहर करीब दो बजे ६-७ लोग टोल नाके पर आए और अपशब्द कहते हुए अभद्र व्यवहार करने लगे। इसके बाद ४०-५० लोगों का समूह एक साथ आया और कर्मचारियों को टोल छोडऩे का कहने लगे। टोल कर्मचारियों ने जब लोगों से एेसा नहीं करने का कहा तो वे झगडऩे लगे। शिंदे ने बताया कि समूह में पहुंचे लोगों ने टोल को अपने नियंत्रण में ले लिए और तीन-चार घंटे गाडि़यों बिना टोल जाने दिया। एेसे में इरकॉन कम्पनी को करीब तीन से चार लाख रुपए का नुकसान हुआ। शिंदे ने नाल पुलिस को वीडियो फुटेज की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।