बीकानेरPublished: Nov 15, 2023 07:57:30 pm
Ashish Joshi
हर बार दीपावली पर प्रदूषण बढ़ता है लेकिन इसकी माप प्रदर्शित करने की व्यवस्था नहीं होने से लोग महसूस तो करते हैं लेकिन आंकड़ों में नहीं देख पाते।
दीपावली पर पटाखों के प्रदूषण और सर्दी के साथ हल्की धुंध के चलते मौसम में नमी बढ़ने से वायु प्रदूषण बढ़ा है। वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से श्वास रोगियों को ज्यादा परेशानी होने लगी है। हालांकि हर बार दीपावली पर प्रदूषण बढ़ता है लेकिन इसकी माप प्रदर्शित करने की व्यवस्था नहीं होने से लोग महसूस तो करते हैं लेकिन आंकड़ों में नहीं देख पाते। अब प्रदूषण स्तर की लाइव जानकारी देने के लिए शहर में स्क्रीन लग चुकी हैं। इसके बाद यह पहली दीपावली आई है जब लोगों ने दीपावली पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण को प्रमाणिकता के साथ देखा है। मौसम में बदलाव के साथ ही पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण के स्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बीच में हल्की बारिश होने से वायु कुछ साफ हुई और प्रदूषण का स्तर भी न्यूनतम पर आ गया। परन्तु बदलते मौसम से खांसी, जुकाम, आंखों में जलन और एलर्जी के मरीज बढ़ रहे हैं। बीच में हल्की बूंदाबांदी होने से सुखद बात रही कि दो दिन तक पॉल्यूशन स्तर ठीक रहा। यह बढ़कर मंगलवार को रात 8 बजे मध्यम स्तर पर पहुंच गया। शहर की कुछ कॉलोनियों की बात की जाए तो वहां प्रदूषण मध्यम स्तर पर रह रहा है। हालांकि 9 नवंबर को शाम के इस सीजन में प्रदूषण अधिकतम स्तर तक 200 एक्यूआई के पार कर गया था।