मुख्य वक्ता अमेरिका से आए डॉ. फ्रेंक डी फेरिस ने कैंसर तथा नॉन कैंसर मरीजों में अर्ली पैलेटिएव केयर के महत्त्व की जानकारी दी। डॉ. फेरिस ने अस्पताल, स्वास्थ्य कार्मियों के साथ-साथ होम बेस्ड केयर प्लान भी विकसित करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने दर्द निवारण दवाओं की जानकारी देते हुए कहा कि दर्द ऐसी चीज है जो दिखती नहीं लेकिन उसे पीडि़त ही महसूस कर सकता है। ऐसे में हर मरीज के दर्द का सही आंकलन करना एवं समुचित इलाज करना हम सबका दायित्व है। डॉ. जितेन्द्र आचार्य ने बताया कि एनेस्थिसिया विभाग के सह-आचार्य एवं आयोजन सचिव डॉ. मोहम्मद युनूस खिलजी गत मार्च माह में अमेरिकन अकादमी ऑफ हॉस्पिक एंड पैलेटिएव केयर के विशेष आमंत्रण पर सालाना असेंबली में शामिल हुए तथा पत्रवाचन किया। उन्हें अकादमी की ओर से इंटरनेशनल स्कॉलर अवार्ड से सम्मानित किया गया। डॉ. खिलजी के आग्रह पर ही डॉ. फेरिस बीकानेर आए हैं।
कार्यशाला में कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरपी अग्रवाल, कैंसर विभागाध्यक्ष डॉ. एचएस कुमार, एनेस्थिसिया विभागाध्यक्ष डॉ. अनिता भाटी, डॉ. अनिता पारीक, डॉ. सोनाली धवन, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रंजन माथुर, डॉ. ओपी श्रीवास्तव, डॉ. निति शर्मा, डॉ. सुरेन्द्र बेनीवाल व डॉ. राजकुमार निर्बाण आदि उपस्थित थे।