तहसील क्षेत्र के लोग लम्बे समय से रेल सेवा शुरू करने की मांग करते आ रहे है। क्षेत्र में वर्षो पूर्व रेल लाइन के लिए सर्वे भी हो चुका है। ज्ञापन में बताया कि अनूपगढ़ से बीकानेर तक 155 किलोमीटर के क्षेत्र में रेल सेवा से सीमावर्ती गांवों एवं आस-पास की मण्डियों का विकास होगा व युवाओं के लिए क्षेत्र में रोजगार के अवसर खुलेंगे।
यह मिलेगा लाभ
रेल सेवा से सीमावर्ती क्षेत्र की छतरगढ़, घड़साना, रोजड़ी, जालवाली, रावला मंडी, सतासर, मोतीगढ़, बरजू, लाखूसर व शोभासर सहित सैकड़ों चक-ढाणियों के लोगों के साथ सीमा के जवानों को राहत मिलेगी। छतरगढ़ के नजदीक महाजन फील्ड फायरिंग रेंज होने से क्षेत्र में रेल सेवा की शुरुआत होने से सरकार व रक्षा विभाग को करोड़ों रुपयों की राजस्व बचत हो सकती है। यहां हर वर्ष होने वाले सैन्य प्रशिक्षण दौरान जवानों को साजो-सामान सड़क परिवहन से लाना पड़ता है। छतरगढ़ समीप सादोलाई सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र होने से बड़ी संख्या में सेना के जवानों की आवाजाही रहती है।
रेल सेवा से सीमावर्ती क्षेत्र की छतरगढ़, घड़साना, रोजड़ी, जालवाली, रावला मंडी, सतासर, मोतीगढ़, बरजू, लाखूसर व शोभासर सहित सैकड़ों चक-ढाणियों के लोगों के साथ सीमा के जवानों को राहत मिलेगी। छतरगढ़ के नजदीक महाजन फील्ड फायरिंग रेंज होने से क्षेत्र में रेल सेवा की शुरुआत होने से सरकार व रक्षा विभाग को करोड़ों रुपयों की राजस्व बचत हो सकती है। यहां हर वर्ष होने वाले सैन्य प्रशिक्षण दौरान जवानों को साजो-सामान सड़क परिवहन से लाना पड़ता है। छतरगढ़ समीप सादोलाई सैन्य प्रशिक्षण क्षेत्र होने से बड़ी संख्या में सेना के जवानों की आवाजाही रहती है।
हो चुका है सर्वे
यहां रेल लाइन के लिए सर्वे भी हो चुका है। केन्द्रीय रेल मंत्रालय टीम की ओर से अनूपगढ से बीकानेर वाया छतरगढ़ होकर १५५ किलोमीटर रेल लाइन के लिए वर्षो पहले सर्वे भी हो चुका है लेकिन इसमें बाधा रेल मंत्रालय की ओर से राशि आवंटन होना बाकी है।
यहां रेल लाइन के लिए सर्वे भी हो चुका है। केन्द्रीय रेल मंत्रालय टीम की ओर से अनूपगढ से बीकानेर वाया छतरगढ़ होकर १५५ किलोमीटर रेल लाइन के लिए वर्षो पहले सर्वे भी हो चुका है लेकिन इसमें बाधा रेल मंत्रालय की ओर से राशि आवंटन होना बाकी है।
विकास के द्वार खुलेंगे
रेल सेवा शुरू होने से छतरगढ़ तहसील के विकास के द्वार खुलेंगे। छतरगढ़ मण्डी को बी श्रेणी मण्डी का दर्जा प्राप्त है। यहां रेल सेवा की शुरुआत होने सेऔद्योगिक क्षेत्र बन सकता है। यहां रीको के माध्यम से तेल मिल, ग्वार मण्डी होने पर ग्वार गम की फैक्ट्रियां, जिप्सम सहित दाल की मिलें के खुलने का रास्ता निकलेगा।
रेल सेवा शुरू होने से छतरगढ़ तहसील के विकास के द्वार खुलेंगे। छतरगढ़ मण्डी को बी श्रेणी मण्डी का दर्जा प्राप्त है। यहां रेल सेवा की शुरुआत होने सेऔद्योगिक क्षेत्र बन सकता है। यहां रीको के माध्यम से तेल मिल, ग्वार मण्डी होने पर ग्वार गम की फैक्ट्रियां, जिप्सम सहित दाल की मिलें के खुलने का रास्ता निकलेगा।