बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता ने नोखा विधायक बिहारी लाल विश्नोई, नगर पालिका नोखा के अध्यक्ष नारायण झंवर, उपाध्यक्ष निर्मल भूरा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता डीपी सोनी तथा आरयूआईडीपी के अधिशासी अभियन्ता अनुराग शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों से परियोजना के प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा करने के बाद इसमें आंशिक सुझावों को शामिल करने के बाद परियोजना का अनुमोदन किया।
जिला कलक्टर मेहता ने आरयूआईडीपी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नोखा शहर में सीवरेज कार्य के दौरान सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त होने चाहिए। शहर में आवागमन सुचारू रहे इसके लिए सीवरेज के लिए खोदे गए गढ्डों को भरने तथा कटी गई सड़को के संधारण का काम साथ-साथ होना चाहिए। साथ कार्य के लिए खोदे गए खड्डो की सीट युक्त बैरीकेट्स की जाए। उन्होंने कहा कि सीवरेज के इस परियोजना में सुरक्षा संबंधी सभी उपायों को परियोजना के खर्च में शामिल किया जाए।
नोखा विधायक बिहारी लाल विश्नोई और नगर पालिका अध्यक्ष नारायण झंवर ने सुझाव दिया कि परियोजना के संचालन एवं संधारण के खर्चए जो कि कार्य पूर्ण होने के पश्चात नगर पालिका द्वारा वहन किया जाना है को परियोजना की ऋण राशि में शामिल किया जाए। बैठक में पॉवर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से अनुराग शर्मा ने बताया कि आरयूआईडीपी के चतुर्थ फेज में नोखा नगर पालिका क्षेत्र में परियोजना के तहत सीवरेज कार्य के लिए दो एसटीपी, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा एक पम्पिंग स्टेशन, आउटफाल सीवर तथा शोधित जल के उपयोग को लेकर पम्पिंग स्टेशन, उच्च जलाशय तथा वितरण की पाइप लाइनों के कार्यों को शामिल किया गया है। नोखा के माडिया व चरकड़ा में एसटीपी, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। नोखा शहर के बाहरी हिस्से, जहां वर्तमान में बसावट कम है के सीवरेज का कवरेज एफएसएम फैकल स्लज मैनेजमेंट द्वारा किया जाएगा।
24 घंटे पानी देने की योजना
इसी प्रकार से पेयजल आपूर्ति कार्यों में पूरे नोखा शहर की पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइनों को बदले जाने, नए भू-तल जलाशय के निर्माण तथा डीआई राइजिंग पाइप लाइनों को भी बदला जाएगा। इसके अलावा नोखा शहर के सभी जल उपभोक्ताओं के घरों के जल कनेक्शन बदले जाने का प्रावधान भी परियोजना में शामिल किया गया है। योजना में नोखा शहर में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की जानी प्रस्तावित है। शहर को 11 जोन में बांटा गया है। इन 11 जोन में से 6 जोन में उच्च जलाशय से जलापूर्ति तथा शेष 5 जोन में पेयजल आपूर्ति वीएफडी वेरिएबल फ्रीक्वेंसी डिवाइस के माध्यम से की जाएगी। वीएफडी सिस्टम में पेयजल जलापूर्ति के दौरान पंप जल मांग के अनुसार अपने-आप चालू-बंद होंगे।