रैली का आयोजन वर्दी में तीन दशक पूरे होने के उपलक्ष्य में 93 नियमित पाठ्यक्रम की ओर से किया जा रहा है। एनडीए के वायु सेना और नौसेना के सैनिकों सहित पाठ्यक्रम के 38 बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, जो अब उनके बीच नहीं हैं। सभी के प्रति एकजुटता दिखाते हुए बारह अधिकारी बाइक सवारी करेंगे। रैली का उद्देश्य युवाओं को ‘या तो हम रास्ता खोज लेंगे या बना लेंगे का संदेश देने का है।
दस दिनों के दौरान बाइक पर सवार वायु सेना और नौ सेना के अधिकारी प्रदेश के सीमावर्ती जिलों और बॉर्डर पर स्थित एेतिहासिक स्थलों से होकर गुजरेंगे। रैली का आयोजन युवाओं को संदेश देने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
बीकानेर में साइकिल रैली पहुंचने पर स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई है। सेना के साथ सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय समितियां इसका स्वागत करेंगे। माना जा रहा है कि रात्रि विश्राम बीकानेर में रखा जाएगा। सेना के बाइक सवार अधिकारी युवाओं से संवाद भी करेंगे। जयपुर से रैली रवाना होकर सबसे पहले सीमावर्ती बीकानेर पहुंचेगी। इसके बाद आगे जैसलमेर के लिए प्रस्थान करेंगी। बीकानेर में पहुंचने पर रैली का स्वागत किया जाएगा। जयपुर मार्ग से पहुंचने पर आर्मी कैंट के बाद शहीद कैप्टन चन्द्र चौधरी शहीद स्मारक है। यहां पर भी रैली का स्वागत किया जाएगा। साथ ही जैसलमेर के लिए रैली को रवानगी दी जाएगी।