खारा गांव से रात करीब नौ बजे बारात बेलासर पहुंची। यहां पर जब दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ाने लगे तो गांव के ही 50-60 लोगों ने दूल्हे बंटी को घोड़ी पर चढने से रोक दिया। उनका कहना था कि गांव में किसी भी समाज के दूल्हे कोघोड़ी पर चढ़ाने की परपंरा नहीं है। बारातियों ने उनसे समझाइश की तो वो झगड़े पर उतारू गए और मारपीट की। झगड़े में बाराती भंवरलाल जख्मी हो गया। विवाद की सूचना पर नापासर थाना प्रभारी सुमन परिहार जाब्ता लेकर मौके पर पहुंची। समझाइश के दौरान उत्पातियों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। बाद में बारात को पुलिस सुरक्षा में शादी स्थल पर पहुंचाया गया।
गौरतलब है कि हाल ही बूंदी के करवर थाना क्षेत्र की सहण ग्राम पंचायत के खेड़ी गांव में मंगलवार देर रात दलित दूल्हे को निकासी के दौरान घोड़ी से नीचे उतार दिया था। उसके साथ धक्का-मुक्की भी की थी। अचानक हुए घटनाक्रम से बराती और दूल्हे के परिजन सहम गए थे। रात ग्यारह बजे तोरण के लिए निकासी रवाना हुई, जिसे गांव के कुछ समाजकंटकों ने रोक दिया। निकासी में बज रहे डीजे को बंद करा दिया। बाद में उन्होंने दूल्हे को घोड़ी से नीचे उतारकर धक्का-मुक्की की। समाजकंटक दूल्हे के दलित होने से उसके घोड़ी पर बैठने को लेकर नाराजगी जताते रहे। अचानक हुई इस घटना से बाराती सहम गए। डीजे संचालक और घोड़ी मालिक को समाजकंटकों ने भगा दिया।