निर्देशों में कहा गया है कि जिन स्कूलों में चारदीवारी बनी है, पर्याप्त खुली जगह है तथा पानी की समुचित व्यवस्था हो उन स्कूलों में फलदार पौधे तथा पोषण वाटिका का निर्माण किया जाए। इनकी देखभाल की जिम्मेदारी विद्यालय समिति तथा विद्यार्थियों को सौंपी जाए।
जिन सरकारी स्कूलों में 200 से अधिक पौधे लगाए जा सकते है वहां इनके रख रखाव के लिए मनरेगा योजना के तहत स्थानीय ग्राम पंचायत सरपंच तथा विकास अधिकारी से संपर्क कर एक मजदूर की व्यवस्था की जा सकती है जिसका भुगतान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा मनरेगा योजना से किए जाने की सहमति पंचायत विभाग द्वारा दी गई है। संबंधित संस्था प्रधान एवं पीईईओ इसके लिए पहले से ही संपर्क कर रख रखाव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि मनरेगा योजना से रख रखाव का भुगतान किया जा सकें।