निगम इनमें से 100 से अधिक कचरा संग्रहण केन्द्र कम करेगा। जानकारी के अनुसार वर्तमान में हर वार्ड में लगभग 5 से 10 तक कचरा संग्रहण केन्द्र हैं। नगर निगम आयुक्त प्रदीप के गवांडे ने बताया कि शहर में कचरा संग्रहण केन्द्र कम करने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इसके बाद शहर में कचरे के ढेर कम दिखेंगे।
अलग-अलग एकत्र होगा गीला व सूखा कचरा नगर निगम अब घरों से गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग संग्रहीत करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। ऑटो टिप्पर में संग्रहीत होने के बाद गीले कचरे को सीधे खाद बनाने के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए निगम कम्पोस्ट मशीन खरीद चुका है। निगम आयुक्त ने बताया कि घर-घर कचरा संग्रहण के काम में आने वाले ऑटो टिप्पर पर मॉनिटरिंग के लिए सर्किल अनुसार दल गठित किए गए हैं। दल में इंचार्ज सहित सात से आठ कार्मिक शामिल किए गए हैं। ये कार्मिक वार्डों में लोगों से समझाइश करेंगे कि वे घरों के गीले और सूखे कचरे को ऑटो टिप्पर में अलग-अलग डालें।