बीकानेर के10, झुंझुनूं का एक खिलाड़ी
इस साइकिल एकेडमी में 11 खिलाड़ी हैं। इनमें एक खिलाड़ी झुंझुनूं से व दस खिलाड़ी बीकानेर व आस-पास के ग्रामीण इलाकों से हैं। खिलाडि़यों के लिए सरकार की ओर से खाना, रहना तथा साइकिलें और अन्य उपकरण दिए जाते हैं। एकेडमी में 14 से 17 वर्ष आयु वर्ग तक के खिलाड़ी हैं।
हाइवे पर जोखिम भरा है साइक्लिंग का अभ्यास
खिलाड़ी यहां कई सालों से हाइवे पर साइक्लिंग का अभ्यास कर रहे है। वे रोजाना ६० से ७० किलोमीटर साइकिल चलाते हैं। रोजाना सुबह ७ बजे से १० बजे तक जैसलमेर रोड पर अभ्यास करते हैं। एेसे में इन खिलाडि़यों के लिए हाइवे पर अभ्यास करना जोखिम भरा रहता है।
अभ्यास के लिए जयपुर जाने को मजबूर
बीकानेर में साइकिल वेलोड्रम नहीं होने से साइक्लिंग खिलाड़ी अभ्यास के लिए जयपुर जाने को मजबूर हैं। जब भी ट्रैक साइक्लिंग प्रतियोगिताएं होती हैं, तो यहां के खिलाड़ी जयपुर के साइकिल वेलोड्रम में जाकर अभ्यास करते हैं।
प्रस्ताव भेजा
साइकिल एकेडमी के खिलाडि़यों की आवास व्यवस्था के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा हुआ है। साइकिल एकेडमी की आवासीय व्यवस्था डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में करने का प्रस्ताव भेजा है।
हरिराम चौधरी, जिला खेल अधिकारी, बीकानेर
साइकिल एकेडमी खोलने के साथ ही बीकानेर में अगर साइकिल वेलोड्रम भी खुल जाए तो साइक्लिंग में खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे जिसका लाभ जिले सहित देश प्रदेश को मिलेगा।
किशन कुमार पुरोहित, पूर्व संयुक्त सचिव, भारतीय साइक्लिंग महासंघ