जिला कलक्टर सभागार में करीब दो घंटे से अधिक समय तक चली वार्ता के बाद प्रशासन ने मांगों पर सहमति जताई और पूरी करने के लिए लिखित आश्वासन दिया। वार्ता में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद, पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र यादव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, नहर विभाग, पशुपालन विभाग, विद्युत विभाग, जिला परिषद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा भाटी की ओर से प्रतिनिधि मंडल के सदस्य शामिल हुए। वहीं प्रतिनिधि मंडल में देवी सिंह भाटी, अंशुमान सिंह भाटी, देव किशन चांडक, जय सिंह हाडला, रामकुमार मिठडिया, जेठाराम गजनेर, वीरेन्द्र सिंह भाटी, सवाई सिंह चरकड़ा, जीवण राम बिश्नोई, पवन जोशी, मनोहर सिंह सियाणा ब्रज मोहन सिंह आदि शामिल रहे।
ये रखी मांगे
प्रशासन के साथ हुई वार्ता के दौरान देवी सिंह भाटी ने पेयजल आपूर्ति करने, अघोषित विद्युत कटौती को रोकने, बढ़ती चोरियों एवं बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने, पशुचारे की किल्लत दूर करने, नलकूपों का चिहिन््करण करने, पुराने हैण्ड पम्प की मरम्मत करने आदि मांगे रखी। वार्ता में मौजूद संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों से संबंधित मांगों को लेकर जल्द पुख्ता व्यवस्थाएं करवाने का आश्वासन दिया।
चेहरों पर खुशी, नारों से गूंजा पांडाल
देवी सिंह भाटी की ओर से वार्ता के बाद धरना स्थल पर जैसे ही अनशन समाप्ति करने की घोषणा की गई, मौके पर मौजूद बड़ी संख्या में समर्थकों के चेहरों पर खुशियां छा गई। समर्थकों की ओर से लगाए गए नारों से पांडाल गूंज उठा। इससे पहले दिन में बड़ी संख्या में भाटी समर्थकों ने कचहरी परिसर में हुंकार रैली निकाली। कलक्टर कार्यालय परिसर का चक्कर निकाला व नारेबाजी की।
आम आदमी की जीत
पूर्व मंत्री भाटी ने कहा कि आमजन की मांगों पर प्रशासन के सहमत होने व पूरा करने का लिखित आश्वासन देना आमजन की जीत है। उन्होंने कहा कि यह पश्चिमी राजस्थान के आखिरी छोर पर बैठे आदमी की जीत है। हमारी बातों पर समझौता हुआ है लेकिन अगर प्रशासन ने गुमराह करने का प्रयास किया तो फिर से आंदोलन करने को भी तैयार है।
यह बनी सहमति
भाटी की ओर से रखी गई मांगों पर जिला प्रशासन की ओर से लिखित सहमति जताई गई। देव किशन चांडक के अनुसार जिला प्रशासन ने लिखित में आश्वासन दिया है कि जब तक नहर से पेयजल की सप्लाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो जाता है, तब तक पर्याप्त संख्या में टैंकर्स से जलापूर्ति निरन्तर रखी जाएगी। पशुओं के लिए भी पेयजल व्यवस्था के लिए आवश्यकतानुसार पेयजल परिवहन किया जाएगा।आवश्यकता-मांग अनुसार और भी नलकूपों का अधिग्रहण किया जाकर पेयजल आपूर्ति की आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। खाजूवाला, पूगल,दंतौर आदि क्षेत्रों में डिग्गियों की सफाई करवाई जाकर पेयजल उपलब्ध करवाने का प्रबंधन किया जाएगा। पूगल, खाजूवाला आदि क्षेत्रों में जहां खारा पानी की समस्या है वहां मीठा पानी अन्य स्त्रोतों से भिजवाया जा रहा है। मुख्य नहर की आरडी 507 एवं आरडी 97 पूगल ब्रांच के आस पास काफी संख्या में नलकूप है, जिनका आवश्यकतानुसार टैंकर्स से पेयजल की सप्लाई के लिए उपयोग किया जाएगा।