परिवार में सुख स्मृद्धि व उन्नति के लिए महिलाओं ने रविवार को आसमाता का पूजन किया। दिनभर उपवास रखा। खेजड़ी पेड़ की पूजा की। घरों में भी दीवार पर लाल व काले रंग से आस माता की आकृति को उकेर कर पूजा-अर्चना की गई। आसमाता की कथा सुनी। छबीली घाटी स्थित आसमाता मंदिर में महिलाओं की भीड़ रही। आसमाता का रोली, मोळी, चंदन, चावल से पूजन कर प्रसाद चढ़ाया। घर में सुख-स्मृद्धि की कामना की। महिलाओं ने दोपहर में ही व्रत का पारना किया। शहर में विभिन्न स्थानों पर सुबह से खेजड़ी पेड़ों के आगे व घरों में आसमाता उपवास को लेकर महिलाओं का जमावड़ा रहा।