परिजनों ने अपने स्तर पर कर रखी व्यवस्था
गर्मी व उमस से बचने के लिए मरीजों-परिजनों ने अपने स्तर पर व्यवस्था कर रखी है। कोई टेबल तो कोई छोटा कूलर लेकर आया हुआ है। एक मरीज के परिजन शिवशंकर छंगाणी बताते हैं कि गर्मी व उमस में आम आदमी बेहाल है। ऐसे में यहां वार्ड में भर्ती प्लाटर व बिना प्लास्टर वाले मरीजों की हालत खराब हो रही है। अस्पताल प्रशासन एसी तो दूर पंखे तक चालू नहीं करवा रहा है।
बिजली का लोड अधिक
अस्पताल सूत्रों के अनुसार ट्रोमा सेंटर में बिजली का लोड अधिक होने से आए दिन बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है। इसलिए एकबारगी एसी की लाइनों को बिजली से जोड़ा नहीं गया है। ट्रोमा सेंटर के लिए अलग से बिजली लाइन डलवाई जा रही है।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार ट्रोमा सेंटर में बिजली का लोड अधिक होने से आए दिन बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है। इसलिए एकबारगी एसी की लाइनों को बिजली से जोड़ा नहीं गया है। ट्रोमा सेंटर के लिए अलग से बिजली लाइन डलवाई जा रही है।
बंद हैं एसी-पंखे
ट्रोमा सेंटर के प्रथम मंजिल पर महिला व पुरुष वार्ड एवं एक बरामद बना हुआ है। महिला-पुरुष वार्ड में छह-छह एसी व १२ पंखे लगे हुए हैं लेकिन कोई भी चालू नहीं है। वार्डों के आगे बने बरामदे में पांच पंखे लगे हुए हैं लेकिन केवल तीन ही चल रहे हैं। इतनी गर्मी मेंं मरीजों-परिजनों के साथ-साथ स्टाफ की हालत खराब है।
ट्रोमा सेंटर के प्रथम मंजिल पर महिला व पुरुष वार्ड एवं एक बरामद बना हुआ है। महिला-पुरुष वार्ड में छह-छह एसी व १२ पंखे लगे हुए हैं लेकिन कोई भी चालू नहीं है। वार्डों के आगे बने बरामदे में पांच पंखे लगे हुए हैं लेकिन केवल तीन ही चल रहे हैं। इतनी गर्मी मेंं मरीजों-परिजनों के साथ-साथ स्टाफ की हालत खराब है।