युवाओं को विचित्र और डरावने मुखौटे अधिक पसंद आ रहे हैं, जबकि बच्चों में कार्टून पात्रों के मुखौटे पहली पसंद हैं।
इनकी भी हो रही खरीदारी : रंग-गुलाल और पिचकारी के साथ-साथ होली की हंसी -ठिठोली के लिए भी कई मनोरंजक वस्तुएं दुकानों पर उपलब्ध हैं। इनमें रबड से बनी छिपकली, चूहा, करंट देने वाली पुस्तक, डिब्बी, चिल्ड्रन बैंक के नोट, तेज आवाज में बजने वाले भोंपू सहित विभिन्न प्रकार के सामान की बिक्री शुरू हो गई है।
इनकी भी हो रही खरीदारी : रंग-गुलाल और पिचकारी के साथ-साथ होली की हंसी -ठिठोली के लिए भी कई मनोरंजक वस्तुएं दुकानों पर उपलब्ध हैं। इनमें रबड से बनी छिपकली, चूहा, करंट देने वाली पुस्तक, डिब्बी, चिल्ड्रन बैंक के नोट, तेज आवाज में बजने वाले भोंपू सहित विभिन्न प्रकार के सामान की बिक्री शुरू हो गई है।
मन लुभा रही पिचकारियां
होली को लेकर दुकानों पर बिक रही प्लास्टिक से बनी पिचकारियां अपने चटकीले रंगों और विशेष बनावट के कारण आकर्षण का केन्द्र बनी हुई हैं। बच्चों में छोटे आकार की पिचकारियां अधिक पसंद की जा रही है। पशु-पक्षियों सहित विभिन्न प्रकार की डिजाइनों की पिचकारियां अधिक पसंद की जा रही हैं। युवाओं के लिए प्लास्टिक से बनी और हवा के प्रेशर के साथ निकलने वाले पानी की पिचकारियां बाजार में उपलब्ध हैं।
यहां लगी दुकाने होली को लेकर केईएम रोड़, कोटगेट, जोशीवाड़ा, बड़ा बाजार, मोहता चौक, जस्सूसर गेट, रोशनी घर चौराह, नत्थूसर गेट सहित गली-मोहल्लों में अस्थाई दुकानें सजकर तैयार हो चुकी है।