धरने की सूचना मिलते ही नगर विकास न्यास सचिव मेघराज सिंह मीणा निगम पहुंचे और पार्षदों को सूचियां उपलब्ध करवाई और पार्षदों को आश्वस्त किया कि सूची के बाद भी अगर कोई व्यक्ति अथवा परिवार जो पात्र है सूची में आने से वंचित रह गया है तो इसकी जानकारी उपलब्ध करवाए, सर्वे और सत्यापन में पात्र पाए जाने पर उनके नाम भी सूची में शामिल कर लिए जाएंगे। आश्वासन और सूचियां मिलने के बाद पार्षदों ने धरने को हटा लिया।
इसके बाद पार्षदों ने जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम से भी मुलाकात की ओर निगम उपायुक्त रणजीत बिजारणिया के व्यवहार और कार्यशैली पर नाराजगी जताई। इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, माशूक अहमद, अब्दुल मजीद खोखर, पार्षद आनन्द सिंह सोढा, चेतना चौधरी, सुनील गेदर, जावेद सम्मा, रमजान कच्छावा, मनोज नायक, मनोज जनागल, अब्दुल सत्तार, प्रफुल्ल हटीला, शहजाद भुट्टो, सुभाष स्वामी आदि मौजूद रहे।
हर जरुरतमंद परिवार हो शामिल
पार्षदों ने बताया कि निगम की ओर से तैयार की गई सूचियों में बड़ी संख्या में पात्र परिवार वंचित रह गए है। वे परिवार जो बीपीएल, अन्त्योदय और राष्ट्रीय खाद्य योजना से जुड़े नहीं है, लेकिन जरुरतमंद है। टैक्सी चलाकर, ठेला गाडा लगाकर, दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है, वे भी इस सूची में शामिल नहीं है। सरकार की मंशा सभी जरुरतमंद परिवारों को लाभान्वित करने की है, लेकिन निगम की ओर से तैयार की गई इस सूची से वे पात्र होते हुए भी वंचित रह गए है। जो अनुचित है।
सर्वे-सत्यापन के बाद सूची जारी
सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत सर्वे और सत्यापन के बाद पात्र पाए गए परिवारों की सूचियां जारी की गई है। निगम उपायुक्त रणजीत बिजारणिया ने बताया कि अगर कोई परिवार जो पात्र है और सूची में नाम आने से वंचित रह गया है उनका नाम आने पर सर्वे और सत्यापन में पात्र पाए जाते है तो उनके नाम भी सूची में शामिल किए जाने की प्रक्रिया की जाएगी। वहीं जिला कलक्टर और जिला रसद अधिकारी को भी ये सूचियां उपलब्ध करवा दी गई है।