महापौर सुशीला कंवर और उप महापौर राजेन्द्र पंवार की मौजूदगी में पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने निगम अधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। कई पार्षदों ने निगम की ओर से गोशाला समिति को किए गए करोड़ो रुपए के भुगतान का हिसाब-किताब गोशाला समिति से लेने का मुद्दा भी उठाया। इस दौरान कई पार्षदों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कई निगम अधिकारियों का व्यवहार उनकी पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है। जनप्रतिनिधियों के साथ भी उनका बर्ताव ठीक नहीं है। जनता परेशान है, अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे है। इस दौरान पार्षद शांति लाल मोदी, चेतना चौधरी, मनोज बिश्नोई, अनूप गहलोत, अब्दुल वाहिद,पारस मारु, विनोद धवल, प्रतीक स्वामी, दुलीचंद शर्मा, मुकेश पंवार, पुनीत शर्मा,आनन्द सिंह सोढ़ा, महेन्द्र बडगुजर सहित कई भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद मौजूद रहे।
निगम उपायुक्त पर बदतमीजी का आरोप
महापौर सुशीला कंवर ने पत्रकारों को बताया कि बुधवार को निगम उपायुक्त जगमोहन हर्ष ने मेरे साथ व महिला पार्षद के साथ बदतमीजी की। निगम अधिकारी ना जनता की सुन रहे है और ना ही जनप्रतिनिधियों की।गोशाला समिति बिना जानकारी दिए गोशाला को छोडक़र चली गई है। गोशाला के श्रमिकों के समक्ष भूखे रहने की नौबत बनी हुई है। हम न श्रमिकों को भूखा छोड़ सकते है और ना ही गोशाला में रह रहे गोवंश को बिना चारा, चाटा और पानी के। महीनों से लोगों के काम नहीं हो रहे है। जनता की परेशानियों को दूर करवाना हमारी पहली प्राथमिकता है।