धरने की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और लोगों की समझाईस की। समस्या से परेशान मोहल्लेवासी समस्या के स्थाई समाधान की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान उम्मेद सिंह, विजय सिंह पडि़हार, राजेन्द्र शर्मा, अर्जुन सिंह, प्रदीप, राजेन्द्र सोनी, पार्षद दिनेश उपाध्याय, जितेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह, मोहिनी, सूरज, परमेश्वरी, मोहन कंवर, विमला, रतन कंवर आदि मौजूद रहे।
ठेकेदार फर्म को करें ब्लैक लिस्टेड धरने के दौरान मोहल्लेवासियों ने निगम महापौर नारायण चोपड़ा से मुलाकात कर लम्बे समय के बाद भी नालों की सफाई व अन्य कार्यो के अधूरे पडे़ होने पर रोष जताया और काम पूरा नहीं होने पर संबंधित ठेकेदार फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की। इस दौरान शहर भाजपा जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश आचार्य, महामंत्री मोहन सुराणा, भगवान सिंह मेडतिया, श्याम सिंह हाडला, विजय सिंह पडि़हार, दिनेश उपाध्याय आदि की निगम उपायुक्त जगमोहन हर्ष और एक्सईएन संजय माथुर से गर्म बहस भी हुई। वार्ता के दौरान संबंधित ठेकेदार फर्म के विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरु की गई, लेकिन निगम आयुक्त के बीकानेर में उपस्थित नहीं होने पर कार्रवाई अंतिम चरण तक नहीं पहुंच पाई।
दो पक्ष आपस में उलझे
गंदे पानी की समस्या को लेकर जब निगम महापौर, शहर भाजपा अध्यक्ष व अन्य नाले का निरीक्षण करने निगम परिसर के पीछे की ओर पहुंचे तो दो पक्ष गंदे पानी की समस्या को लेकर आपस में उलझ गए। बताया जा रहा है कि महापौर और शहर भाजपा अध्यक्ष की मौजूदगी में लात -घूंसे चले। अचानक दो पक्षों के आपस में उलझने से एकबारगी क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों व निगम के होमगार्ड के जवानों ने बीच बचाव किया। वहीं आक्रोशित लोगों ने महापौर के समक्ष समस्या के समाधान नहीं होने पर नाराजगी जताई।
गंदे पानी की समस्या को लेकर जब निगम महापौर, शहर भाजपा अध्यक्ष व अन्य नाले का निरीक्षण करने निगम परिसर के पीछे की ओर पहुंचे तो दो पक्ष गंदे पानी की समस्या को लेकर आपस में उलझ गए। बताया जा रहा है कि महापौर और शहर भाजपा अध्यक्ष की मौजूदगी में लात -घूंसे चले। अचानक दो पक्षों के आपस में उलझने से एकबारगी क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों व निगम के होमगार्ड के जवानों ने बीच बचाव किया। वहीं आक्रोशित लोगों ने महापौर के समक्ष समस्या के समाधान नहीं होने पर नाराजगी जताई।