साधारण सभा को लेकर हालांकि एजेण्डे में तीन बिन्दुओं को रखा गया है, लेकिन पक्ष-विपक्ष के पार्षद साल के अंत में होने वाले निगम चुनावों को लेकर जनसमस्याओं से जुडे़ मुद्दे सदन में उठाने और उनके समाधान की मांग कर सकते हैं। इस बात के संकेत पार्षदों ने दिए हैं।
इन बिन्दुओं पर होगा विचार
आरक्षित दर में संशोधन करना।
जिन सम्पत्तियों की तीन वर्ष से अधिक नगरीय विकास कर राशि बकाया है, उनकी बकाया राशि वसूल करने के लिए सम्पत्तियों को सील-कुर्क करने पर चर्चा।
जयपुर रोड स्थित पचास से अधिक कॉलोनियों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने पर विचार-विमर्श।