नाम- यश करनाणी
पिता- सुशील करनाणी
माता- सरिता करनाणी
ऑल इंडिया रैंक- १२१
ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी
रैंक- १०३
श्रेय- कोचिंग व माता-पिता
सफलता के गुर : कोचिंग में पढ़ाए गए टॉपिक को दोबारा पढ़ें। सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता है। एकाग्रता व धैर्य रखकर पढ़ाई की जानी चाहिए। मैं अलसुबह उठकर पढ़ाई करना बेहतर है।
पिता- सुशील करनाणी
माता- सरिता करनाणी
ऑल इंडिया रैंक- १२१
ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी
रैंक- १०३
श्रेय- कोचिंग व माता-पिता
सफलता के गुर : कोचिंग में पढ़ाए गए टॉपिक को दोबारा पढ़ें। सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता है। एकाग्रता व धैर्य रखकर पढ़ाई की जानी चाहिए। मैं अलसुबह उठकर पढ़ाई करना बेहतर है।
नाम- अनुष्का भट्टाचार्य
पिता- गौतम भट्टाचार्य
माता- बिजोया भट्टाचार्य
ऑल इंडिया रैंक- ४४७
ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी
रैंक- ३४४
श्रेय- परिवार व शिक्षक
सफलता के गुर : लगातार कड़ी मेहनत करने से ही सफलता मिलती है। अपने शिक्षकों पर भरोसा रखना चाहिए और सोशल मीडिया से दूरी बनाएं रखें। हर टॉपिक को दोबारा पढ़ा, जिससे वह याद हो जाता था। कई बार नर्वस होने पर माता-पिता व शिक्षक ने मोटिवेट किया।
पिता- गौतम भट्टाचार्य
माता- बिजोया भट्टाचार्य
ऑल इंडिया रैंक- ४४७
ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी
रैंक- ३४४
श्रेय- परिवार व शिक्षक
सफलता के गुर : लगातार कड़ी मेहनत करने से ही सफलता मिलती है। अपने शिक्षकों पर भरोसा रखना चाहिए और सोशल मीडिया से दूरी बनाएं रखें। हर टॉपिक को दोबारा पढ़ा, जिससे वह याद हो जाता था। कई बार नर्वस होने पर माता-पिता व शिक्षक ने मोटिवेट किया।
नाम- प्रतिभा चाहर
पिता- राजेन्द्रसिंह चाहर
माता- सुनीता देवी
ऑल इंडिया रैंक- ४३२
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- ८९
श्रेय- माता-पिता व कोचिंग संस्थान
सफलता के गुर : सोशल मीडिया से दूर रहकर पढ़ाई पर फोकस किया। स्मार्ट पढ़ाई करने से ही सफलता मिलती है। जो कोचिंग में पढ़ा, उसे घर आकर फिर याद किया।
पिता- राजेन्द्रसिंह चाहर
माता- सुनीता देवी
ऑल इंडिया रैंक- ४३२
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- ८९
श्रेय- माता-पिता व कोचिंग संस्थान
सफलता के गुर : सोशल मीडिया से दूर रहकर पढ़ाई पर फोकस किया। स्मार्ट पढ़ाई करने से ही सफलता मिलती है। जो कोचिंग में पढ़ा, उसे घर आकर फिर याद किया।
नाम- अर्शदीप कौर
पिता- बलजीतसिंह
माता- इन्द्रजीत कौर
ऑल इंडिया रैंक- ४०७
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- ८४
श्रेय- शिक्षक व परिवारजन
सफलता के गुर : केमिस्ट्री, बायो व फिजीक्स, की पढ़ाई की। नियमित पढ़ाई से ही सफलता प्राप्त की है। कक्षा में एकाग्रता से लगातार पढ़ाई की। इसके अलावा शिक्षकों व कोचिंग संस्थान पर काफी भरोसा किया।
पिता- बलजीतसिंह
माता- इन्द्रजीत कौर
ऑल इंडिया रैंक- ४०७
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- ८४
श्रेय- शिक्षक व परिवारजन
सफलता के गुर : केमिस्ट्री, बायो व फिजीक्स, की पढ़ाई की। नियमित पढ़ाई से ही सफलता प्राप्त की है। कक्षा में एकाग्रता से लगातार पढ़ाई की। इसके अलावा शिक्षकों व कोचिंग संस्थान पर काफी भरोसा किया।
नाम- पवन विश्नोई
पिता- हरपाल विश्नोई
माता- शारदा देवी
ऑल इंडिया रैंक- १८४१
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- ५०३
श्रेय- कोचिंग व माता-पिता
सफलता के गुर : कोचिंग संस्थान में पढ़ाई ने काफी मोटिवेट किया और काफी अभ्यास करवाया। अलसुबह उठकर पढ़ाई की। शिक्षकों की सलाह से पढ़ाई की। नियमित पढ़ाई कर टॉपिक
याद किए।
पिता- हरपाल विश्नोई
माता- शारदा देवी
ऑल इंडिया रैंक- १८४१
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- ५०३
श्रेय- कोचिंग व माता-पिता
सफलता के गुर : कोचिंग संस्थान में पढ़ाई ने काफी मोटिवेट किया और काफी अभ्यास करवाया। अलसुबह उठकर पढ़ाई की। शिक्षकों की सलाह से पढ़ाई की। नियमित पढ़ाई कर टॉपिक
याद किए।
नाम- प्रिंस विश्नोई
पिता- धर्मपाल विश्नोई
माता- माया विश्नोई
ऑल इंडिया रैंक- ३८०
ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी
रैंक- २९५
श्रेय- कोचिंग संस्थान व माता-
पिता
सफलता के गुर : रोजाना पढ़ाई की। समस्या आई तो कोचिंग संस्थान में जाकर शिक्षकों से पूछकर दूर की। शांत माहौल व एकाग्रता से ही सफलता मिली।
पिता- धर्मपाल विश्नोई
माता- माया विश्नोई
ऑल इंडिया रैंक- ३८०
ऑल इंडिया जनरल कैटेगरी
रैंक- २९५
श्रेय- कोचिंग संस्थान व माता-
पिता
सफलता के गुर : रोजाना पढ़ाई की। समस्या आई तो कोचिंग संस्थान में जाकर शिक्षकों से पूछकर दूर की। शांत माहौल व एकाग्रता से ही सफलता मिली।
नाम- प्रेम विश्नोई
पिता- हरपालराम विश्नोई
माता- शारदा देवी
ऑल इंडिया रैंक- ७४६
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- १६५
श्रेय- माता-पिता, दोस्त व कोचिंग संस्थान
सफलता के गुर : सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई की। नेगेटीविटी को दूर रखा और खुद पर विश्वास रखा। पढ़ाई में कोई समस्या आई तो शिक्षकों के साथ दूर की।
पिता- हरपालराम विश्नोई
माता- शारदा देवी
ऑल इंडिया रैंक- ७४६
ऑल इंडिया ओबीसी कैटेगरी
रैंक- १६५
श्रेय- माता-पिता, दोस्त व कोचिंग संस्थान
सफलता के गुर : सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई की। नेगेटीविटी को दूर रखा और खुद पर विश्वास रखा। पढ़ाई में कोई समस्या आई तो शिक्षकों के साथ दूर की।
नाम- प्राग्य जैन
पिता- विनिश जैन
माता- मंजू जैन
ऑल इंडिया रैंक- ४६३
श्रेय- माता-पिता व गुरुजन
सफलता के गुर : निरंतर पढ़ाई करने से ही सफलता मिली है। परीक्षा की तैयारी नियमित व एकाग्रता से होकर करें जिससे टॉपिक याद हो जाते है। भटकने वाली बातों और सोशल मीडिया व टीवी से दूर रहा।
पिता- विनिश जैन
माता- मंजू जैन
ऑल इंडिया रैंक- ४६३
श्रेय- माता-पिता व गुरुजन
सफलता के गुर : निरंतर पढ़ाई करने से ही सफलता मिली है। परीक्षा की तैयारी नियमित व एकाग्रता से होकर करें जिससे टॉपिक याद हो जाते है। भटकने वाली बातों और सोशल मीडिया व टीवी से दूर रहा।