नई स्थानांतरण सूची के बाद अब अतिरिक्त संभागीय आयुक्त की जिम्मेदारी रामनिवास जाट को सौंपी गई है। इससे पूर्व वे जिला परिषद चूरू में मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे। इसी प्रकार अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा को आबकारी विभाग का अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन) बनाया गया है। वहीं यशवंत सिंह भाकर को अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) की जिम्मेदारी दी गई है। इसी प्रकार मोनिका बलारा को उपनिवेशन विभाग की सहायक आयुक्त (सतर्कता) की कमान सौंपी गई है। इससे पहले बलारा उपखण्ड अधिकारी बीकानेर (उत्तर) पद पर तैनात थी। बलारा के स्थान पर उपखण्ड अधिकारी के पद पर कैलाश चंद्र को लगाया गया है। कैलाश चंद्र गंगानगर में नगर विकास न्यास सचिव थे।
आदेश में नागौर के जायल उपखण्ड अधिकारी पद पर रहे कन्हैया लाल सोनगरा को सहायक आयुक्त उप निवेशन श्रीकोलायत लगाया गया है। नगर परिषद आयुक्त श्रीगंगानगर के राजेश कुमार नायक को उपखण्ड अधिकारी श्रीकोलायत लगाया है। इसी प्रकार सहायक भू-प्रबंध अधिकारी को उपखण्ड अधिकारी बाड़मेर तथा राजस्व अपील अधिकारी अर्जुन राम चौधरी को अतिरिक्त निदेशक, इन्दिरा गांधी पंचायतीराज संस्थान जयपुर लगाया है।
आरोपों के बीच मिली नई जिम्मेदारी
पूगल के तत्कालीन उपखण्ड अधिकारी राजेश नायक से जुड़ी फाइलों की अभी जांच शुरू भी नहीं हुई कि उन्हें नई जिम्मेदारी दे दी गई। मजे की बात यह कि आवंटन में गड़बड़ी की गंभीर शिकायतों को दरकिनार कर उन्हें श्रीकोलायत के उपखण्ड अधिकारी पद पर लगाने के आदेश हुए हैं। ज्ञात हो कि नायक ने अपने कार्यकाल के दौरान किन-किन लोगों को भूमि आवंटित की, इसकी जांच जिला कलक्टर के निर्देश पर शुरू होने वाली है। जिला कलक्टर ने उनके कार्यकाल से जुड़ी फाइलों को तलब कर अतिरिक्त जिला कलक्टर को जांच का जिम्मा
सौंपा है।
पूगल के तत्कालीन उपखण्ड अधिकारी राजेश नायक से जुड़ी फाइलों की अभी जांच शुरू भी नहीं हुई कि उन्हें नई जिम्मेदारी दे दी गई। मजे की बात यह कि आवंटन में गड़बड़ी की गंभीर शिकायतों को दरकिनार कर उन्हें श्रीकोलायत के उपखण्ड अधिकारी पद पर लगाने के आदेश हुए हैं। ज्ञात हो कि नायक ने अपने कार्यकाल के दौरान किन-किन लोगों को भूमि आवंटित की, इसकी जांच जिला कलक्टर के निर्देश पर शुरू होने वाली है। जिला कलक्टर ने उनके कार्यकाल से जुड़ी फाइलों को तलब कर अतिरिक्त जिला कलक्टर को जांच का जिम्मा
सौंपा है।