तेरापंथ महिला मण्डल व तेरापंथ कन्या मण्डल की ओर से भगवान महावीर की सजीव झांकियों की प्रस्तुतियां दी गई। इसमें जन्म, दीक्षा, केवलज्ञान व निर्वाण कल्याणकों के मनोरम दृश्य प्रस्तुत किए। इससे पूर्व दो शोभायात्राएं निकाली गई। पहली भीनासर जैन जवाहर विद्यापीठ से रवाना होकर विभिन्न मार्गों से होती हुई बड़ा बाजार पहुंची। दूसरी शोभायात्रा दिगम्बर नसिया से निकाली गई। इस दौरान भगवान महावीर के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। शेभायात्रा का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया।
समारोह में महापौर नारायण चौपड़ा, बसन्त नौलखा, जयचन्दलाल डागा, चम्पकलाल सुराणा, विनोद बाफना, निर्मल दस्साणी, विजय कोचर सहित गणमान्य लोग शामिल हुए। वहीं जैन महासभा की ओर से इस बार घर-घर पर झण्डे लगाए गए। बीकानेर, गंगाशहर के मोहल्लों को भगवान महावीर के अनमोल वचनों, झण्डों एवं रंगीन रोशनियों से सजावट की गई। इसमें तेरापंथ युवक परिषद, शान्ति विजय सेवा समिति, कोचर फ्रेन्ड्स क्लब, किशोर मण्डल के सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
पुष्प अर्पित किए
दिव्यांग सेवा संस्थान में बुधवार को आयोजित भगवान महावीर जयंती कार्यक्रम में मूक बधिर व मानसिक मंद बच्चों ने भगवान महावीर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर महेंद्र कुमार ने भगवान महावीर जयंती को जैन समुदाय का सबसे बड़ा पर्व बताया। अध्यापक भरत शर्मा ने भगवान महावीर के व्यक्तित्व व कृतित्व की जानकारी देते हुए उनके बताए आदर्शो पर चलने के लिए प्रेरित किया। संस्था प्रधान जेठाराम ने भी अपने विचार व्यक्त किए। पुजारी भंवरलाल, राजेश बारूपाल भी उपस्थित थे।