केस एक :- शहर की पॉश कॉलोनी निवासी परम बाबू (५७) साल कोरोना पॉजिटिव हुए। परिजनों ने शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पांच दिन के पैकेज के ६९ हजार ६५८ रुपए का बिल मिला। डिस्चार्ज करते समय महज ३२५० रुपए छूट की गई। ऑनलाइन व चेक से पेमेंट का भुगतान नहीं लिया। चार दिन पहले ही डिस्चार्ज होकर घर लौटे हैं।
केस दो :- नागणेचेजी मंदिर क्षेत्र निवासी बाधुदेवी (६३) कोरोना पॉजिटिव होने पर परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। करीब दस दिन तक अस्पताल में रहना पड़ा। हालत में सुधार हुआ और अब घर भेज दिया है। यहां दस दिन का खर्च ८३ हजार ९१३ रुपए रहा। यहां भी परिजनों को ८० हजार रुपए जमा कराने पड़े। अस्पताल प्रबंधन ने तीन हजार ९१३ रुपए की छूट दी। पिछले सप्ताह डिस्चार्ज होकर घर गए हैं।