बीकानेर में पुरानी जेल को तोड़कर खाली हुई जमीन पर यूआईटी ने मॉल और शॉङ्क्षपग कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना बनाई थी। जिसके चलते इस जमीन पर सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए लगाकर सर्कल का निर्माण करवाया था, लेकिन देखरेख के आभाव में पूरा सर्कल उजाड़ हो गया है। लोग सर्कल से ईंट-पत्थर निकाल कर ले गए। पत्थर की जलिया (एकदम बाएं ) भी उठा ले गए। इतना ही नहीं, सर्कल के ठीक मोड़ पर प्लॉट में गोबरों के उपले और फैली गंदगी सौंदर्यीकरण की सारी कहानी कहती दिख रही है। उखड़े हुए पत्थरों के साथ अब यह सर्कल उजाड़ और बेजान सा नजर आने लगा है। फोटो - नौशाद अली
बीकानेर में पुरानी जेल को तोड़कर खाली हुई जमीन पर यूआईटी ने मॉल और शॉङ्क्षपग कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना बनाई थी। जिसके चलते इस जमीन पर सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए लगाकर सर्कल का निर्माण करवाया था, लेकिन देखरेख के आभाव में पूरा सर्कल उजाड़ हो गया है। लोग सर्कल से ईंट-पत्थर निकाल कर ले गए। पत्थर की जलिया (एकदम बाएं ) भी उठा ले गए। इतना ही नहीं, सर्कल के ठीक मोड़ पर प्लॉट में गोबरों के उपले और फैली गंदगी सौंदर्यीकरण की सारी कहानी कहती दिख रही है। उखड़े हुए पत्थरों के साथ अब यह सर्कल उजाड़ और बेजान सा नजर आने लगा है। फोटो - नौशाद अली
बीकानेर में पुरानी जेल को तोड़कर खाली हुई जमीन पर यूआईटी ने मॉल और शॉङ्क्षपग कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना बनाई थी। जिसके चलते इस जमीन पर सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए लगाकर सर्कल का निर्माण करवाया था, लेकिन देखरेख के आभाव में पूरा सर्कल उजाड़ हो गया है। लोग सर्कल से ईंट-पत्थर निकाल कर ले गए। पत्थर की जलिया (एकदम बाएं ) भी उठा ले गए। इतना ही नहीं, सर्कल के ठीक मोड़ पर प्लॉट में गोबरों के उपले और फैली गंदगी सौंदर्यीकरण की सारी कहानी कहती दिख रही है। उखड़े हुए पत्थरों के साथ अब यह सर्कल उजाड़ और बेजान सा नजर आने लगा है। फोटो - नौशाद अली