शिक्षा विभाग : राज्य में 44 प्रिंसिपल, 36 व्याख्याताओं के किए तबादले
बीकानेरPublished: Sep 17, 2019 09:26:35 am
bikaner news: बीकानेर. आखिरकार शिक्षा विभाग में तबादलों का दौर शुरू हो ही गया। तबादलों की पहली सूची में 44 प्रधानाचार्यों और विभिन्न विषयों के ३६ व्याख्याता शामिल हैं।
शिक्षा विभाग : राज्य में 44 प्रिंसिपल, 36 व्याख्याताओं के किए तबादले
बीकानेर. आखिरकार Education department शिक्षा विभाग में तबादलों का दौर शुरू हो ही गया। school lecturers transferred तबादलों की पहली सूची में 44 प्रधानाचार्यों और विभिन्न विषयों के ३६ व्याख्याता शामिल हैं। इनमें अधिकतर को झुंझुनूं जिले में लगाया गया है।माध्ययमिक शिक्षा निदेशालय ने 44 प्रधानाचार्यों की सूची में 12 प्रधानाचार्यों को झुंझुनंू से हटाकर बाड़मेर का रास्ता दिखाया है। 32 प्रधानाचार्यों को झुंझुंनू जिले में ही वर्तमान पदस्थापन स्थान से दूसरी जगह भेजा गया है।
इन विषय व्याख्यताओं का स्थानांतरण
स्थानांतरित ३६ व्याख्याताओं में राजनीति विज्ञान के ९, हिंदी के ८, वाणिज्य के ५, इतिहास व उर्दू के ४-४, 3 व्याख्याता रसायन विज्ञान के ३ और अंग्रेजी, जीव विज्ञान व गणित का १-१ व्याख्याता है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल के हस्ताक्षरों से जारी दोनों सूचियों में सबसे ज्यादा झुंझुनंू जिले में शिक्षा अधिकारियों को लगाया गया है। इन्हें तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर नव पदस्थापित स्थान और कार्यग्रहण करने के निर्देश दिए गए है।
अभी और आनी हैं सूचियां
सूत्रों ने बताया कि शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्यों से लेकर सैकंड ग्रेड तक के शिक्षकों की अभी और सूचियां आने की संभावना है। झुंझुनंू में उप चुनाव की संभावना व आचार संहिता को देखते हुए इस जिले की सूचियां पहले जारी कर दी गई हैं।
30 सितंबर के बाद लग जाएगी रोक
प्रशासनिक सुधार विभाग ने विभिन्न विभागों को 30 सितंबर तक तबादले करने की छूट दी है। इसके बाद तबादलों पर रोक लग जाएगी। शिक्षा विभाग में इस सत्र में कुछ को छोड़कर अभी तक कोई बड़ी सूची जारी नहीं हुई है।इस बार विभाग ने ऑनलाइन आवेदन लिए हैं और स्थानांतरण की सूचियां ऑनलाइन जारी करने की घोषणा की है।
न तबादला नीति,न निर्देश
शिक्षकों का कहना है कि विभाग में न तो कोई तबादला नीति बनाई गई है और न ही कोई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। शिक्षकों को इस बात का भय सता रहा है कि बिना दिशा-निर्देशों व तबादला नीति से सरकार चहेतों को ही उपकृत न कर दे। हालांकि स्टाफ कार्नर से लिए गए ऑनलाइन आवेदनों में शहरी व ग्रामीण ठहराव की जानकारी ली गई है और अगर पारदर्शिता के अनुसार तबादले किए जाते हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षों से शहरी क्षेत्र में आने के इच्छुक शिक्षकों को इच्छित स्थान पर आने का मौका मिल सकता है।
सूची जारी होने की तिथि 14 सितंबर
शिक्षा निदेशालय ने व्याख्याताओं से 14 सितंबर तक तो ऑनलाइन आवेदन मांगे थे, जबकि तबादलों सूची जारी होने की तिथि १३ सितंबर है। एेसे में जिन व्याख्याताओं ने अंतिम तिथि समझकर आवेदन किए थे, वे इसमें शामिल होंगे या नहीं? इसको लेकर शिक्षक संगठनों में रोष है।