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उदयरामसर में मेला : गूंजे दादा गुरुदेव के जयकारे, भजनों की रसगंगा

locationबीकानेरPublished: Sep 15, 2019 02:36:59 pm

Submitted by:

Ramesh Bissa

bikaner news : ‘बहुत याद करते है, गुरुवर हम.. कोई नहीं दादा तेरे सिवाय, तेरी कृपा बनी रहे’ सरीखे जयकारों से शनिवार को उदयरामसर स्थित जिनदत्त सूरिश्वर दादाबाड़ी गूंज उठी। अवसर था उदयरामसर में सकल जैन समाज की ओर से श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में आयोजित मेले का।

bikaner news : dadabari fair at udayramsar

उदयरामसर में मेला : गूंजे दादा गुरुदेव के जयकारे, भजनों की रसगंगा

बीकानेर. ‘बहुत याद करते है, गुरुवर हम.. कोई नहीं दादा तेरे सिवाय, तेरी कृपा बनी रहे’ सरीखे जयकारों से शनिवार को udayramsar उदयरामसर स्थित जिनदत्त सूरिश्वर दादाबाड़ी गूंज उठी। अवसर था उदयरामसर में सकल जैन समाज की ओर से श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में आयोजित jain mela मेले का। इस अवसर पर भक्ति संगीत के साथ दादा गुरुदेव का अभिषेक पूजन किया गया। साध्वी शशि प्रभा व सहवृृति साध्वीवृृंद के सान्निध्य में हुए धार्मिक अनुष्ठान में गंगाशहर, भीनासर व बीकानेर के साथ ही नोखा, देशनोक, श्रीडूंगरगढ़, सींथल सहित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल, ऊंट गाड़ों व अन्य वाहनों से दर्शन के लिए पहुंचे।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि सुबह आठ बजे तीर्थंकर वासू पूज्यजी मंदिर में सनात्तर पूजन किया गया। दादा गुरुदेव की अष्ठ प्रकार की पूजा-अर्चना की गई। पूजा-अनुष्ठान सुबह १० से शाम ४ बजे तक हुई। धारीवाल के अनुसार मंदिर करीब सवा दो सौ साल प्राचीन है। हर वर्ष यहां मेला भरता है। इस मौके पर सामूहिक प्रसाद का आयोजन किया गया। इससे पूर्व शुक्रवार रात को भजन संगीत संध्या आयोजित की गई। इसमें जयपुर की उमा लहरी, बीकानेर के मगन कोचर, सुनील पारख सहित कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।
इनकी रही भागीदारी
मेले में जैन श्वेताम्बर तेरापंथ, साधुमार्गी जैन संघ, खरतरगच्छ, तपागच्छ, पाश्र्वचन्द्रगच्छ सहित विभिन्न गच्छ व समुदाय के श्रावक-श्राविकाओं की भागीदारी रही। महापौर नारायण चौपड़़ा ने भी दादा गुरुदेव के मंदिर के दर्शन किए।
झूलों का आनंद
मंदिर परिसर में खान-पान, खिलौनों सहित कई तरह की अस्थायी दुकानें सजी। बाहर बच्चों के लिए झूले लगाए गए। मेले में बच्चों और महिलाओं ने खान-पान के साथ झूलों का लुत्फ उठाया। वहीं घुड़सवारी व ऊंट की सवारी भी की।
निशुल्क सेवा
मेला स्थल पर मुसरफ परिवार की ओर से श्रावक-श्राविकाओं के लिए शिकंजी, चाय, कॉफी आदि की निशुल्क सेवा लगाई गई। इसमें घेवरचंद मुसरफ, विपन, संदीप सहित श्रावकों ने भागीदारी निभाई। वहीं जैन युवा संघ, खरतरगच्छ युवा परिषद सहित संगठनों ने विभिन्न व्यवस्था की।
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