पुलिस अधीक्षक प्रीतिचन्द्रा ने बताया कि पांच अप्रेल को फलोदी के उप कारागार से १६ बंदी जेल प्रहरियों की आंखों में सब्जी व मिर्ची डालकर फरार हो गए थे। रविवार को बज्जू एसएचओ नरेश निर्वाण को मुखबीर से फरार बंदियों में से एक बंदी के गडिय़ाला की रोही में छिपे होने की सूचना मिली। इसके बाद पूरी तैयारी के साथ एसएचओ निर्वाण ने टीम के साथ गडिय़ाला के लिए रवाना हुए। गडिय़ाला में हैडकांस्टेबल राकेश कुमार से इत्तला मिली कि हिराई की रोही में खिदरत निवासी हड़मान पुत्र बगडुराम बिश्नोई का ट्यूबवैल है, बंदी वहां छिपा हुआ है। पुलिस टीम देररात को हिराई की ढाणी पहुंची तब गाड़ी की लाइट की रोशनी में एक व्यक्ति भागता हुआ दिखाई दिया।
एक-डेढ़ किलोमीटर पीछा कर पकड़ा
एसएचओ निर्वाण ने बताया कि पुलिस टीम हिराई की ढाणी पहुंची तब एक व्यक्ति भागता हुआ दिखाई दिया। तब पुलिस जवानों ने उक्त व्यक्ति का पीछा किया। रात में अंधेरे का फायदा उठाकर वह झाडिय़ों की ओट लेकर भाग निकला। पुलिस जवानों ने भी उक्त व्यक्ति का पीछा नहीं छोड़ा। करीब एक-डेढ़ किलोमीटर पीछा कर उक्त व्यक्ति को पकड़ लिया। उक्त व्यक्ति ने अपना नाम बाप थाना क्षेत्र के खिदरत निवासी मोहनराम (३५) पुत्र बगडुराम बिश्नोई बताया। आरोपी ने खुद को फलोदी जेल से फरार होना बताया।
एनडीपीएस मामले था न्यायिक अभिरक्षा में
एएसपी ग्रामीण सुनील कुमार ने बताया कि आरोपी मोहनराम बिश्नोई एनडीपीएस एक्त के प्रकरणों में न्यायिक अभिरक्षा में चल रहा था। आरोपी अपने साथियों के साथ पांच अप्रेल को जेल प्रहरियों की आंखों में सब्जी व मिर्ची डालकर फरार हो गया था। फरार बंदी को पकडऩे में एसएचओ निर्वाण के अलावा हैडकांस्टेबल राकेश कुमार, कांस्टेबल विक्रमसिंह व प्रदीप कुमार की मुख्य भूमिका रही।
यह है मामला
फलोदी उप कारागार में पांच अप्रेल को १६ बंदी जेल प्रहरियों की आंखों में मिर्ची व सब्जी डालकर फरार हो गए। बंदी जेल के बाहर खड़ी एक स्कोर्पियो गाड़ी में फरार हुए थे। बंदियों की धरपकड़ के लिए प्रदेशभर में नाकाबंदी कराई गई लेकिन वे हाथ नहीं लगे। अब शनिवार को जोधपुर पुलिस ने बज्जू क्षेत्र से भी फरारी के मुख्य सूत्रधार जैसलमेर के नोख थाना क्षेत्र के मदासर निवासी मनीष कुमार सारण पुत्र मानाराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया था। उसने बंदियों को भगाने के लिए एसयूवी और एक बोलेरो पिकअप गाड़ी तैयार रखी थी। उक्त आरोपी मनीष ने अपने मौसेरे भाई जैसलमेर के जालुवाला निवासी अनिल बिश्नोई को भगाने के लिए खेल रचा था। पांच अप्रेल को बंदी अनिल ने फलोदी जेल से मनीष को वाट्सअप कॉल कर फरारी की साजिश रची।