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वाट्सएप से पाक तस्करों ने भेजी लोकेशन, भारतीय तस्करों ने पत्थर से फेंककर दिया संकेत और बॉर्डर पार करवा दी तीन सौ करोड़ की हेरोइन

locationबीकानेरPublished: Jun 05, 2021 05:37:10 pm

Submitted by:

dinesh kumar swami

-पत्रिका लाइव: संयुक्त पूछताछ केन्द्र में तस्करों ने उगले राज

वाट्सएप से पाक तस्करों ने भेजी लोकेशन, भारतीय तस्करों ने पत्थर से फेंककर दिया संकेत और बॉर्डर पार करवा दी तीन सौ करोड़ की हेरोइन

वाट्सएप से पाक तस्करों ने भेजी लोकेशन, भारतीय तस्करों ने पत्थर से फेंककर दिया संकेत और बॉर्डर पार करवा दी तीन सौ करोड़ की हेरोइन

बीकानेर. खाजूवाला क्षेत्र में तीन सौ करोड़ रुपए की हेरोइन की तस्करी करने के मामले में पकड़ में आए दो तस्करों रूपा और हरमेश से शुक्रवार को जामसर थाना में पुलिस, बीएसएफ, सेना और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने संयुक्त पूछताछ की। इसमें दोनों तस्करों ने एक-एक कर तस्करी के सारे राज उगल दिए। दोनों युवा है और पहली बार बॉर्डर पर सीमा पार से हेरोइन की डिलीवरी लेने यहां आए थे। इनके साथ लॉकेशन आदि की जानकारी के लिए कालासिंह नामक एक गाइड था। जो बुधवार रात हेरोइन पकड़ में आने पर मौका पाकर फरार हो गया और अभी तक पकड़ में नहीं आया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि पाकिस्तानी तस्कर और भारतीय तस्करों के बीच वाट्सअप से बातचीत चल रही थी। तारबंदी के पास तक गए तीनों तस्करों के पास मोबाइल नहीं था। एेसे में सीमा पार पत्थर फेंककर पाक तस्करों को अपनी लोकेशन के संकेत दिए गए थे।
तस्करों के आने और भाग जाने तक का सफर
मुख्य सरगना और कुरियर का सम्पर्क
पकड़ा गया तस्कर (कुरियर) पंजाब के रूपा की उम्र ३० साल और उसके साथी हरमेश की उम्र २० साल है। इनके तीसरे साथी काला सिंह की भी उम्र ३० साल का है। जबकि चौथा इनका बोस था, जिसका असली नाम दोनों कुरियर को भी पता नहीं है। रूपा और हरमेश ने बताया कि दोनों की बोस से कालासिंह ने मुलाकात कराई। वहां पर बॉर्डर पार से आने वाली खेप को लाने की एवज में दस-दस हजार रुपए देने तय किए गए। साथ ही आने वाले मादक पदार्थ में से कुछ नशा भी देना तय हुआ। दोनों नशे के आदी भी है।
कैम्पर गाड़ी से आए बॉर्डर एरिया में
रूपा और उसका साथी हरमेश को बुधवार रात उनका बोस कैम्पर गाड़ी में लेकर आया। उनके साथ गाइड कालासिंह भी था। कैम्पर गाड़ी का उपयोग इसलिए किया गया ताकि किसी को शक नहीं हो। सीमावर्ती क्षेत्र में कैम्पर गाडि़यां दिन-रात घूमती रहती है। रात करीब १२ बजे चारों गाड़ी से खाजूवाला क्षेत्र में बॉर्डर से तीन किलोमीटर दूर तक पहुंचे। यहां बोस ने वाट्सएप कॉल से पाकिस्तान में बैठे तस्करों से सम्पर्क कर वाट्सएप लोकेशन मंगवा ली। इसके बाद रूपा और हरमेश के मोबाइल बोस ने अपने पास गाड़ी में रख लिए। कालासिंह के पास एक मोबाइल था। जिससे वाट्सएप पर बोस के साथ बातचीत चल रही थी।

पाक सीमा में आते दिखे तीन लोग
पकड़े गए तस्करों ने बताया कि रात करीब एक बजे बॉर्डर की तारबंदी के नजदीक पहुंचकर उन्होंने बीएसएफ के जवानों की मुवमेंट को देखा। इसके बाद वाट्सएप लोकेशन के आधार पर उस जगह पहुंचे जहां सीमापार से पाकिस्तानी तस्कर हेरोइन की खेप तारबंदी पार भारतीय सीमा में फेंकने वाले थे। पाक तस्करों की डिलीवरी देने की लोकेशन पर पहुंचने के बाद रूपा और हरमेश ने पत्थर फेंककर पाक तस्करों को संकेत दिया कि वह किस जगह पर है। रात करीब ढाई बजे पाकिस्तान सीमा से जीरो लाइन को पार कर तीन आदमी एक पाइप और हेरोइन के पैकेट लेकर भारतीय सीमा में घुसे। रूपा और हरमेश के मुताबिक वह तारबंदी की तरफ आते साफ दिख रहे थे, तीनों ने कुर्ता पायजामा पहन रखा था। फिर पाइप को तारबंदी के बीच से निकाल रस्सी से लड़ी की तरह बंधे हेरोइन के पैकेट पाइप में डालकर भारतीय सीमा में धकेल दिए।

जवान पीछे भागे तो डर गए
दोनों तस्करों ने बताया कि हेरोइन के पैकेट उठा रहे थे इसी बीच बीएसएफ के जवानों ने टॉर्च की रोशनी उन पर मारी। एेसे में वे डरकर हेरोइन को मौके पर ही छोड़ भाग निकले। रास्ते में पैर किचड़ में हो गए। ऐसे में जूतें वहीं खोल नंगे पांव रात भर भागते रहे। सुबह होने पर एक वीरान जगह छिप गए।

भूख और प्यास ने तोड़ दिया
तस्करों ने बताया कि रात भर भागे और दिन भर छिपे रहे। गुरुवार को अंधेरा होने पर भूख और प्यास से बेहाल हो गए। ऐसे में सब्र जवाब दे गया और एक गांव में जाकर पानी मांगा। ग्रामीण ने पानी पिला दिया और पूछताछ की।

कालासिंह को लेकर सस्पेंस
पूछताछ में रूपा और हरमेश ने बताया कि उनके साथ गाइड कालासिंह भी था। हेरोइन के पैकेट उठाने के दौरान जब वह भागे तो कालासिंह खाळे में गिर गया। उन्हें लगा की बीएसएफ ने कालासिंह को पकड़ लिया। इसके बाद कालासिंह से उनका कोई सम्पर्क नहीं हुआ। बीएसएफ और पुलिस कालासिंह के पकड़ में नहीं आने की बात कर रही है।

पाक से मिली बोस को सूचना
तस्करों ने पूछताछ में कहा कि पाक के तस्कर तारबंदी के उस पार बीएसएफ और उनकी गतिविधियों को देखकर वाट्सअप कॉल से उनके बोस को बता रहे थे। जब बीएसएफ ने हेरोइन पकड़ ली तो पाक तस्करों ने बोस को इसकी सूचना दे दी। इसके बाद बोस फरार हो गया।
कुरियर, गाइड और बोस
संयुक्त पूछताछ में पता चला कि पाकिस्तानी मुख्य तस्कर और भारतीय मुख्य तस्कर के बीच हवाला के माध्यम से हेरोइन की राशि का लेन-देन होता है। दोन
ों तरफ के मुख्य तस्कर सौदा करने के बाद अपने-अपने गाइड के साथ तीन कुरियर (डिलीवरी लेने-देने वाले युवकों) को बॉर्डर पर भेजते है। इनके साथ एक-एक बोस होता है जो सीधा मुख्य तस्कर से सम्पर्क में रहता है। पाक सीमा में बोस का काम गाइड की मदद से डिलीवरी प्वाइंट तक कुरियर को पहुंचाना। वहां से कुरियर बॉर्डर पार पैकेट फेंकने आते है। भारतीय सीमा में कुरियर पैकेट लेकर गाइड की मदद से गाड़ी तक आते है।
क्रेडिट के लिए बीएसएफ और पुलिस में होड़
सूत्रों के मुताबिक खाजूवाला क्षेत्र के गांव १ केडब्ल्यूएम में ग्रामीणों ने दोनों तस्करों को गुरुवार रात दबोच लिया। सरपंच ने बीएसएफ और खाजूवाला पुलिस को इसकी सूचना दी। तीन सौ करोड़ की बड़ी राशि की अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी का मामला होने के चलते पुलिस और बीएसएफ के बीच तस्करों को पकडऩे का क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हो गई। पुलिस का जाब्ता ज्यादा था और बीएसएफ के चार-पांच लोग थे। एेसे में पुलिस दोनों तस्करों को अपने साथ ले गई। बीएसएफ के अधिकारी भी खाजूवाला पहुंच गए थे, एेसे में पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पकड़े गए तस्करों को बीकानेर के नजदीक जामसर थाने में लाकर रखा।

संयुक्त पूछताछ में यह शामिल
पुलिस रेंज आइजी प्रफुल्ल कुमार, बीएसएफ डीआइजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा, एनसीबी जोनल डायरेक्टर उगमदान चारण, बीएसएफ डिप्टी कमांडेंट दीपेन्द्र सिंह शेखावत, जी ब्रांच के इंस्पेक्टर आशीष सिंह, मिल्ट्री इंटेलीजेंस बीकानेर के माथुसिंह राठौड़, आइबी, एसआइबी और पुलिस के अधिकारियों ने तस्करों से संयुक्त पूछताछ (जेआइसी) मौजूद रहे।

पकड़े गए तस्करों का बायोडाटा
तस्कर- १. रूपा पुत्र कश्मीर सिंह
उम्र-३० साल
शिक्षा- अनपढ़
निवासी- गांव किलची, पीएस सतर जिला फिरोजपुर (पंजाब)
अन्य जानकारी: शादीशुदा है और दो बच्चे है। दोस्त हरमेश, काला और देबू है।
अपराधिक रेकॉर्ड: पत्नी ने मारपीट का मुकदमा दर्ज करवा रखा है। पहली बार राजस्थान आया है।
तस्करों से सम्पर्क: दोस्त काला नशीले पदार्थों की तस्करी करता है। वह राजस्थान से नशीले पदार्थ ले जाकर पंजाब में सप्लाई करता है। गत एक मई को काला ने रूपा को खाजूवाला से खेप लाने चलने के लिए तैयार किया। इसके बदले दस हजार रुपए देने तय हुए।
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तस्कर- २. हरमेश सिंह पुत्र गुरदीप सिंह
उम्र- २० साल
शिक्षा- बारहवीं पास
निवासी- गांव रामसिंहवाला पीएस सदर फाजिल्का (पंजाब)
अन्य जानकारी: अविवाहित है। रूपा, काली और देबू उसके दोस्त है।
अपराधिक रेकॉर्ड: कोई अपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं। पहली बार राजस्थान आया।
तस्करों से सम्पर्क: काला उसके मामा का लड़का है। गत १ मई को उसके पास आया और राजस्थान से मादक पदार्थ की खेप लाने चलने के लिए कहा। इसके बदले कुछ रुपए देने का लालच किया। काला के साथ एक अन्य आदमी था। जिसे बोस के नाम से परिचय कराया गया।

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