अपने उद्बोधन में प्राचार्य डॉ भामू ने बताया कि आजादी के बाद हमारे देश ने विकास के सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। हमारा देश शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर, चिकित्सा, मैन्युफैक्चरिंग, तकनीक के साथ-साथ एग्रीकल्चर सेक्टर में निरंतर प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री 4.0 में मानव जीवन के वर्तमान और भविष्य को बदलने की क्षमता मौजूद है। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, मशीन-लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन और बिग डाटा जैसे उभरते क्षेत्र भारत को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं तथा नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। डॉ भामू ने कहा कि यह भारत के लिये न सिर्फ एक औद्योगिक परिवर्तन है बल्कि सामाजिक परिवर्तन भी है। ‘इंडस्ट्री 4.0’ में भारत में अपरिवर्तनीय रचनात्मक बदलाव लाने की क्षमता है। डॉ भामू ने ‘सीक्रेट ऑफ हैप्पीनेस थ्योरी’ के माध्यम से कार्यस्थल पर खुश रहने के उपाय भी बताए।
इस पर्व पर अनुशा आरोही व तुषाल राजपुरोहित द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुति दी गयी । कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन कुसुम सिहाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन को मद्देनजर रखते हुए किया गया।
कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ मनोज कुड़ी, मेजर डॉ नरपत सिंह, डॉ प्रीती नरुका, डॉ अतुल गोस्वामी, डॉ गौरव बिस्सा इत्यादि मौजूद रहे ।