केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ एससी मेहता ने कहा कि विशेष फोटोग्राफी के लिए आने वाले पर्यटकों की मांग पर ओएसिस यानि मरुस्थल के बीचों बीच एक रमणीय झरना एवं लकड़ी का पुल बनाया है। इस प्रकार अब यहां एक ही स्थान पर अत्यंत हरे बाग बगीचे भी हैं एवं रेतीले धोरों एवं झोंपडिय़ों के साथ झरना एवं लकड़ी का पुल भी है । राजा शाही बग्गी, तांगा एवं घुड़ सवारी पहले से ही उपलब्ध है।
इस अवसर पर सविता मेहता ने कहा की यह ओएसिस इस तरह एवं ऐसी जगह बनाया गया है जोकि राजस्थान पर्यटन विभाग के स्लोगन जाने क्या दिख जायको चरितार्थ करता है । उन्होंने ने कहा की पानी का अपना एक अलग ही आकर्षण होता है एवं यह स्थान सेल्फी लेने के लिए एवं प्रिवेडिंग शूट वालों को बहुत सूट करेगा। इस अवसर पर तकनीकी अधिकारी कमल सिंह ने कहा की घोड़े एवं आम आदमी के मध्य के पुराने रिश्ते को जीवित करने की दिशा में केंद्र ने पिछले दो वर्षों में कई नए कार्य किए हैं। इस अवसर पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि इस ओएसिस के लिए कोई अलग से शुल्क नहीं है।