39 वॉटर पॉइंट बनाए
छतरगढ़ उप वन संरक्षक कार्यालय के अंतर्गत 39 वाटर पॉइंट पर कर्मचारियों व वॉलंटियर के माध्यम से गणना की जा रही है। इसका निरीक्षण करने छत्तरगढ़ मुख्य वन संरक्षक सुरेश कुमार आबूसरिया व दंतौर क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेन्द्र पाल मीणा पहुंचे। उन्होंने वन्यजीव आंकलन स्थानों का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। डीएफओ सुरेश कुमार ने कहा कि कोरोना काल के चलते दो साल से वन्यजीवों की गणना नहीं हो पा रही थी। अब 30 मई तक वन्यजीवों के आंकड़े संकलित कर भेजे जाएंगे। कई स्थानों पर कैमरा ट्रैप पद्धति से, तो कई स्थानों पर वॉलंटियर की मदद से गणना की जा रही है।
जटिल है प्रक्रिया
वन्य जीवों की संख्या का सटीक आंकलन करना जटिल प्रक्रिया है। इस पद्धति का नाम वन्यजीव गणना के बजाय वन्यजीव आंकलन और वाइल्ड लाइफ सेंसस की जगह वाइल्डलाइफ ऐस्टीमेशन दिया गया है।