पनप रही वनौषधियां
गोचर विकास से जुड़े निर्मल बरडि़या के अनुसार नौ बीघा वर्गाकार भूमि पर चारों ओर पीपल के दर्जनों पौधे लगाए गए हैं। वहीं तीन हजार खेजड़ी, पांच हजार तुलसी, एक हजार शतावरी, अश्वगंधा, गिलोय सहित कई किस्मों की वनौषधियों के पौधे लगाए गए हैं। वनौषधियों को बीज से तैयार किया जा रहा है। धामण घास के साथ फोग, सेवण, रोहिड़ा जैसी वनस्पतियों की बढ़ोतरी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
चल रहा सामूहिक प्रयास
श्री कृष्ण गौ संवद्र्धन समिति के अध्यक्ष बंशीलाल तंवर के अनुसार नौ बीघा भूमि पर जागरूक और सेवा भावी लोगों के सामूहिक प्रयासों से गोचर में ऑक्सीजन हब तैयार हो रहा है। आने वाले समय में यह स्थान न केवल रमणीय स्थल होगा बल्कि इसे स्वाध्याय व ध्यान केन्द्र के रूप में भी विकसित करने का प्रयास चल रहा है। यह स्थल अनूठा होगा। शहर से दूर लोगों के मन को सुकून पहुंचाने वाला माहौल उपलब्ध होगा। सकारात्मक ऊर्जा का केन्द्र होगा।