शहर के गली-मोहल्लों से लेकर बाजारों, मुख्य मार्गो और कॉलानी क्षेत्रों में स्थित राखियों की दुकानों पर रात तक खरीदारी चलती रही। मिठाईयों, वस्त्रों, सौन्दर्य प्रसाधान सामग्री, गिफ़्ट सेंटरों आदि की दुकानों पर भी भीड़ रही।
ज्योतिषाचार्य पं. राजेन्द्र किराडू के अनुसार रक्षा बंधन के लिए इस बार पूरा दिन श्रेष्ठ है। सुबह सूर्योदय से शाम ६.१५ बजे तक बहने अपने भाईयों के राखियां बांध सकेगी। उन्होंने बताया कि गुरूवार को दिन में भद्राकाल नहीं होने से राखी बांधने के लिए पूरा दिन श्रेष्ठ है।