वहीं गाढ़वाला व बीकानेर सड़क पर भी कई जगह गड्ढे बन चुके है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। पंचायत समिति सदस्य अनुराधा पारीक ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों की ठेकेदार के साथ मिलीभगत से दस माह पूर्व बनी पांच किमी नई नापासर-गाढ़वाला सड़क को बनाने में कई महीने काम चला था।
उसके निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग हुआ है। इसके चलते यह सड़क जगह-जगह से बिखर रही है। इससे आवागमन में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा मंडल अध्यक्ष जसवंत दैया ने बताया कि इस सबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग को अवगत करवाया हुआ है यदि शीघ्र इस सड़क की सुध नही ली गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
खण्डहर में तब्दील धर्मशाला व सरकारी आवास जसरासर. ग्राम पंचायत लालगढ में लाखों की लागत से बने सरकारी भवन सारसंभाल के अभाव अनुपयोगी साबित हो रहे है तो कई खण्डहरों में तब्दील हो रहे हैं। इनकी मरम्मत या ढहाने का काम नही किया तो बड़े हादसे का कारण बन सकते है।
जानकारी के अनुसार लालगढ़ पंचायत मुख्यालय पर चार दशक पूर्व बने पटवार खाना व ग्राम सेवक घर बना था। तब यहां पर पटवार सर्किल पर पटवारी व ग्राम सेवक बैठते थे और दर्जनों गांवों के लोग अपने काम के लिए यहां आते थे।
धीरे-धीरे पटवारी व ग्रामसेवक पंचायत मुख्यालयों या पंचायत समिति मुख्यालयों पर बैठने लगे तो ये भवन खाली होने लगे। इन भवनों की सारसंभाल के अभाव में झाड़ झंखाड़ उग गया है और चारदीवारी टूट गई है। इसके पास बनी धर्मशाला भी खण्डहर में तब्दील होने लगी है। अब यहां आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है।