भरपूर मात्रा में केलोरी
अनुसंधान निदेशक डॉ. एस एल गोदारा, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ प्रकाश सिंह शेखावत ने बताया कि खजूर के फलों में 3000 केलोरी ऊर्जा प्रति किलोग्राम फल में होती है। इसमें आयरन, पोटेसियम, कैल्सियम व फास्फोरस की प्रचूर मात्रा होती है और विटामिन ए, बी 1ए बी 2 व बी 6 भी पाया जाता है। खजूर में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज, फ्रक्टोज और सुक्रोज पाया जाता है जो शीघ्र विकास और ताकत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह बीकानेर के अलावा जैसलमेर, बाड़मेर सहित कई जिलों में इसकी पैदावार होती है।
अनुसंधान निदेशक डॉ. एस एल गोदारा, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ प्रकाश सिंह शेखावत ने बताया कि खजूर के फलों में 3000 केलोरी ऊर्जा प्रति किलोग्राम फल में होती है। इसमें आयरन, पोटेसियम, कैल्सियम व फास्फोरस की प्रचूर मात्रा होती है और विटामिन ए, बी 1ए बी 2 व बी 6 भी पाया जाता है। खजूर में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज, फ्रक्टोज और सुक्रोज पाया जाता है जो शीघ्र विकास और ताकत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह बीकानेर के अलावा जैसलमेर, बाड़मेर सहित कई जिलों में इसकी पैदावार होती है।
लगातार बारिश नुकसानदायक
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार डेंग अवस्था में लगातार कुछ दिनों तक यदि बरसात होती रहे, वातावरण में नमी की मात्रा अधिक हो जाए तो फल खऱाब हो जाते है। इसलिए फलो को डोका अवस्था में तोड़कर बरसात आने से पहले बेचा जाता है। इन फलों को डीफ्रिज या रेफ्रीजरेटर में संग्रहित कर सकते है। उनका मूल्य सवर्धन करके खजूर के उत्पाद बना लेते है।
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार डेंग अवस्था में लगातार कुछ दिनों तक यदि बरसात होती रहे, वातावरण में नमी की मात्रा अधिक हो जाए तो फल खऱाब हो जाते है। इसलिए फलो को डोका अवस्था में तोड़कर बरसात आने से पहले बेचा जाता है। इन फलों को डीफ्रिज या रेफ्रीजरेटर में संग्रहित कर सकते है। उनका मूल्य सवर्धन करके खजूर के उत्पाद बना लेते है।