पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2018 में आवेदन करने वाले बीकानेर, हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले के अभ्यर्थियों का कहना है कि लिखित परीक्षा में सफल होने पर उन्हें 12 व 13 सितम्बर 2018 को करणीसिंह स्टेडियम बीकानेर में शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए बुलाया गया था।
स्टेडियम में 400 मीटर के स्थायी ट्रेक को 15 मीटर कम कर 385 मीटर बनाया गया था। कम किए गए 15 मीटर ट्रेक यानी करीब 45 फीट तक बालू रेत डाल दी गई थी एवं शेष ट्रेक समतल रखा गया था। अभ्यर्थियों ने उक्त ट्रेक की स्थिति के लिए विभाग के अधिकारियों को उसी समय आपत्तियां दर्ज करवाई थी लेकिन विभाग द्वारा उच्च स्तर से किसी भी तरह के बदलाव के आदेश के बिना अस्थायी बनाए गए ट्रेक पर ही दौड़ लगाने से सभी अभ्यर्थियों को विज्ञप्ति की शर्तों के अनुसार 5 किमी की दौड़ के लिए अधिकतम निर्धारित समय 25 मिनट से 4 व 5 सैकण्ड का समय अधिक लगने से उन्हें दौड़ प्रक्रिया में असफल घोषित कर चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया था।
शारीरिक दक्षता परीक्षा आयोजित करवाने की जिम्मेदारी विभाग की ओर से एक निजी एजेंसी को दी गई थी। जिसके द्वारा दौड़ की प्रक्रिया में अभ्यर्थियों के पैरों में इलेक्ट्रिक चिप लगाई गई और इस चिप द्वारा दौड़ की प्रक्रिया के लिए प्रारम्भ बिंदु और समाप्ति बिंदु एक ऐसी जगह रखा जाना जरूरी था, जिससे दौड़ की जानकारी चिप द्वारा अंकित की जा सके।
इन्होंने की याचिकाएं दायर गांव 5 केडी निवासी सोनू राम, विनोद बिश्नोई, 16 केडी निवासी संदीप बिश्नोई, रोड़ावाली निवासी राजेश सहित कई अभ्यर्थियों ने राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर न्याय की गुहार की है।