बीकानेर

जमीन में दबी पानी से भरी मटकी से लगाते हैं ‘जमाने’ का अनुमान

बीकानेर. मौसम और अच्छे जमाने की भविष्याणी को लेकर वर्तमान में अंतरिक्ष में लगे सेटेलाइट और आधुनिक उपकरणों का उपयोग हो रहा है, लेकिन बीकानेर में आज भी रियासतकाल से चली आ रही ‘मटकी Ó परम्परा से इसका अनुमान लगाया जाता है।

बीकानेरMar 23, 2019 / 11:22 am

Ramesh Bissa

जमीन में दबी पानी से भरी मटकी से लगाते हैं ‘जमाने’ का अनुमान

बीकानेर. मौसम और अच्छे जमाने की भविष्याणी को लेकर वर्तमान में अंतरिक्ष में लगे सेटेलाइट और आधुनिक उपकरणों का उपयोग हो रहा है, लेकिन बीकानेर में आज भी रियासतकाल से चली आ रही ‘मटकी Ó परम्परा से इसका अनुमान लगाया जाता है। दशकों बाद आज भी आमजन का इस परम्परा पर विश्वास है और प्रत्येक वर्ष होलिका दहन के दिन इस परम्परा का निर्वहन होता है। जानकारों के अनुसार करीब १२५ साल से यह परम्परा गंगाशहर स्थित खारिया कुएं के पास निभाई जा रही है।
 


सालों पहले आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इस परम्परा के निर्वहन के दौरान बड़ी संख्या में मौजूद रहते थे, और मिट्टी में दबी मटकी में मिलने वाले जल अथवा मटकी के खाली रहने के आधार पर बारिश होने एवं अच्छी फसल अर्थात जमाने का अनुमान लगाते थे। हालांकि विज्ञान की कसौटी पर इस परम्परा को चाहे सही नहीं माना जा सकता हो, लेकिन दशकों से आमजन में इस परम्परा के प्रति काफी विश्वास है। इस बार बुधवार को इस परम्परा का निर्वहन किया गया।
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