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बीकानेर : जाति प्रमाण-पत्र को लेकर छात्रों ने की तालाबंदी, प्रशासन ने आरएसी बुलाई

locationबीकानेरPublished: Jun 23, 2019 11:47:12 am

Bikaner : student strike in dungar college- बीकानेर के डूंगर कॉलेज पर लगाया ताला, दिया धरना छह घंटे की जद्दोजहद के बाद ई-मित्र की रसीद व शपथ पत्र से दस्तावेज सत्यापन पर बनी सहमती।

Bikaner : student strike in dungar college

बीकानेर : जाति प्रमाण-पत्र को लेकर छात्रों ने किया प्रदर्शन, प्रशासन ने आरएसी बुलाई

बीकानेर. राजकीय डूंगर कॉलेज में प्रवेश को लेकर दस्तावेज सत्यापन के लिए जाति प्रमाण पत्र की समस्या का निस्तारण करने की मांग को लेकर शनिवार को छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। इस दौरान कॉलेज में दस्तावेज सत्यान को लेकर अन्य सभी गतिविधियां पूरी तरह से बंद रही।
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष रामनिवास कूकणा के नेतृत्व में छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। कॉलेज पर ताला और छात्रों के धरना प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और छात्रों के प्रतिनिधि मंडल व प्राचार्य के बीच वार्ता शुरू करवाई।
वार्ता में जाति प्रमाण पत्र को लेकर छात्रों को हो रही असुविधा का निराकरण करने के लिए शपथ पत्र व ई-मित्र केंद्र की रसीद के आधार पर दस्तावेजों का सत्यापन करवाने पर सहमति बनी। बाद में इस संबंध में प्राचार्य ने लिखित में आदेश भी जारी कर दिया। वहीं दूसरी ओर डूंगर कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष रामनिवास बेनीवाल ने कहा कि कॉलेज प्रशासन की हठधर्मिता के चलते छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान इरफान कायमखानी, कृष्ण कुमार गोदारा, श्यामसिंह चारण, विनोद गोदारा, मनोज घिंटाला, केसर सिद्ध, जिसान समेजा सहित बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे।
अति. जिला कलक्टर पहुंचे, जाब्ता बढ़ाया

सूचना मिलने पर अतिरिक्त जिला कलक्टर शैलेंद्र देवड़ा भी कॉलेज पहुंच गए। अपनी मांगों को लेकर आक्रोशित छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने पुलिस जाब्ता बढ़ा दिया और आरएसी को भी मौके पर बुला लिया। इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री से दूरभाष पर वार्ता की। वार्ता के बाद दस्तावेज सत्यापन की अंतिम तिथि के दिन बाकी रहे विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर तिथि बढ़ाने का आश्वासन दिया। साथ ही रविवार को भी दस्तावेज सत्यापन का कार्य कॉलेज में चालू रखने के आदेश जारी किए गए।
जाति प्रमाण-पत्र नहीं बनने से परेशानी

जाति प्रमाण पत्र बनने में हो रहे विलम्ब के कारण महाविद्यालय प्रशासन दस्तावेज सत्यापन के समय मूल जाति प्रमाण पत्र नहीं होने के बहाने ग्रामीण क्षेत्र से आ रहे विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित रखने का प्रयास कर रहा है जो पूर्ण रूप से छात्र विरोधी कार्य है। साथ ही जाति प्रमाण पत्र की समस्या के चलते अब तक २० प्रतिशत विद्यार्थियों ने दस्तावेज सत्यापन का कार्य करवाया है।
रामनिवास कूकणा, जिलाध्यक्ष, एनएसयूआई

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