नाटक के पहले दिन की शुरुआत रंगसंवाद के साथ हुई। पहले दिन तीन नाटकों के मंचन से शहरवासियों का मन मानवीय संवेनाओं व भावनाओं से भरा रहा।
फेस्टिवल में सबसे पहले बरेली से आए ग्रुप ने इस्मत चुगतई के नाटक 'कागजी है पैरहन' का मंचन लव तोमर के निर्देशन में किया।
नाटक में विभाजन के दर्द के बीच मंटो और ईस्मत चुगतई के लेखन, उनके जीवन के बारे में बताया गया।
दिन की दूसरी प्रस्तुति शाम 5:30 बजे रवीन्द्र रंगमंच में सौरभ श्रीवास्तव के निर्देशन में नाटक 'मायने गंभीर होने के' की हुई।
नाटक में महिला व पुरुष के रिश्ते के साथ कई परिस्थितियों के मायने को गंभीरता से लिया गया।
रात आठ बजे टीएम लालाणी ऑडिटोरियम में बैडिट क्वीन फेम अभिनेत्री सीमा बिस्वास के अभिनय और निर्देशन में नाटक 'स्त्रीर पत्र' का मंचन हुआ।