उन्होंने कहा कि दानदाताओं की ओर से गायों को चरने के लिए दी गई भूमि पर पट्टे काटने के निर्णय को किसी भी दृष्टि से जन भावना के अनुरूप नहीं कहा जा सकता है। प्रवक्ता सुनील बांठिया के अनुसार धरने व धर्मसभा में रामपाल, राम प्रसाद, रामस्वरूप, राम प्रकाश, धनाराम, गणेश व सुरजाराम महाराज भी पहुंचे। इस दौरान देवी सिंह भाटी, अंशुमान सिंह भाटी, देवकिशन चांडक व उपस्थित लोगों ने संत -महात्माओं का पुष्प वर्षा कर अभिनंदन किया।
भजन -कीर्तन का आयोजन
धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने भजन -कीर्तन किए। विधा भाटी ने गोपालन के वैज्ञानिक व आध्यात्मिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। पूर्व मंत्री भाटी ने कहा कि सरकारें बिना सोचे -समझे जन भावनाओं के विरुद्ध कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि वे सरकार को एेसे जन विरोधी कार्यों को क्रियान्वित नहीं होने देंगे। जनविरोधी कार्यों की खिलाफत में सबसे आगे रहने की भी बात कही। धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।