सुबह आसमान में छाए बादलों और ठंडी हवा चलने से लोगों ने राहत की सांस ली थी। बादलों को देख बारिश की आस बंधी, लेकिन थोड़ी देर में बादल गायब होने के साथ ही सूरज ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए। तेज धूप के साथ हवा भी गर्म हो गई। इससे बढ़ी उमस से लोग दिनभर पसीने से तर-बतर रहे। शाम को भी गर्मी से राहत नहीं मिल पाई।
बंधी थी उम्मीद शहरवासियों ने कहा कि पंजाब और श्रीगंगानगर क्षेत्र में बारिश की सूचना मिलने से उन्हें बीकानेर में भी बरसात की उम्मीद बंधी थी, लेकिन पूरा दिन इंतजार में ही निकल गया। दिन में तेज गर्मी के चलते लोग ठंडे पेय पदार्थों के थड़ी-ठेलों पर गला तर करते नजर आए। दिन में दक्षिण-पश्चिमी दिशा में करीब आठ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली।
बारिश के लिए जोहड़ ताल की सफाई कर हवन किया खोखराणा. गांव के कोलाणा बास व जोहड़ ताल की बारिश के लिए सफाई की गई। इस दौरान झाड़ झखाड़ काटकर रेत को हटाया। ग्रामीण भागुराम, सदासुखराम, छोटुराम गोदारा, हेतराम कूकणा आदि ने बताया कि ग्रामीणों ने बारिश के लिए इंद्र भगवान को खुश करने के लिए श्रमदान करने का संकल्प लिया। इसके बाद कोलाणा बास के ताल में सीताराम महेंद्र व मदनलाल गोदारा के साथ ग्रामीणों ने सफाई की।
अंधड़ से बिजली के पोल गिरे, बिजली व्यवस्था चरमराई छत्तरगढ़. यहां ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार रात आए अंधड़ से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। गांवों में कई जगह बिजली पोल टूटने से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। वहींं कई स्थानों पर पेड़ उखड़ कर सड़कों पर आ गिरे। इससे रास्ते अवरूद्ध हो गए। ग्राम पंचायत संसारदेसर के चकों में भारी नुकसान हुआ है। तीन केडब्यूएम किसान प्रेम जाखड़ व मघाराम बिजारनियां के खेतों में लगे ट्रांसफार्मर गिर गए। आसपास के चकों में करीब पांच-छह पोल गिरने से गांव में बिजली गुल होने से परेशानी बढ़ गई है। रोजड़ी क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ।