बिजली कंपनी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विद्युत निगम ने कंपनी को इस संबंध में निर्देश दिए है। बताया जा रहा है कि शहरी क्षेत्र में इस तरह के करीब साढ़े तीन हजार उपभोक्ताओं की सूची डिस्कॉम ने बीकेईएसएल को भेजी है। सूची में बिजली उपयोग की उस समय कराई गई ऑडिट के आधार पर बकाया राशि अंकित है। अब कंपनी द्वारा इस तरह के उपभोक्ताओं को बिल जारी किए जा रहे हैं। कंपनी उपभोक्ताआें को इसके लिए मोबाइल पर मैसेज भी भेज रही है।
आया आठ हजार का बिल पुराना रोशनीघर उपखंड से जुड़े एक उपभोक्ता ने अपने प्रतिष्ठान का वर्ष २०१७ में कनेक्शन कटवा दिया था, इसके बाद बाकायदा विद्युत निगम के कार्मिक उनका मीटर भी ले गए, सामान्य शुल्क की रसीद भी थमाई। अब दो साल बीतने के बाद कंपनी की ओर से उक्त उपभोक्ता को ८ हजार ३६९ रुपए का बिल भेज दिया है। उपभोक्ता इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि कनेक्शन नहीं होने के बाद भी हजारों रुपए का बिल कैसे आ गया, जानकारी चाही तो पता चला कि डिस्कॉम के समय की ऑडिट और बकाया राशि का बिल है।
यहां होगा निस्तारण बीकेईएसएल के अनुसार समस्या के निस्तारण के लिए उपभोक्ता पुराने रोशनीघर में लेखाधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं। साथ ही बकाया व ऑडिट राशि को लेकर कोई विवाद है या स्पष्टीकरण चाहते है तो जोधपुर डिस्कॉम या पब्लिक पार्क स्थित बीकेईएसएल के कार्यालय में लिखित में शिकायत दे सकते है। कम्पनी को मिली शिकायतों को जोधपुर डिस्कॉम को भेजा जाएगा। निपटारा विद्युत निगम स्तर पर ही होगा।
बिल सामने आया नहीं है देखिए किसी उपभोक्ता का बिल अभी सामने नहीं आया है। जब मेरे सामने आएगा तो ही पूरा मामला पता चलेगा। इसके बाद ही उपभोक्ताओं की बात सुन सकेंगे। लेखाधिकारी से चर्चा करेंगे।
प्रेमजीत धोबी, मुख्य संभागीय अभियंता, बीकानेर मिले है निर्देश इस मामले में जोधपुर विद्युत वितरण निगम से दिशा-निर्देश मिले हैं। विद्युत निगम ने जो सूची सौंपी है उसके आधार पर ही काम किया जा रहा है। उपभोक्ता डिस्कॉम कार्यालय से सलाह ले सकता है। शांतनूं भट्टाचार्य, सीओओ, बीकेईएसएल