मेघवाल ने कहा कि गंगा में देश के ९७ शहरों से मिलने वाला गंदा पानी जल शोधन संयंत्र लगाकर रोक दिया जाएगा।
गंगा नदी इसी साल में स्वच्छ हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी नहर में शुगर मिल से मोलेसिस (शीरा) व्यास नदी के पायतन से बहकर हरिके बैराज में चला गया। वहां से इंदिरा गांधी नहर में प्रवाहित होने को केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लिया। इसके लिए उनकी अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई। इस कमेटी ने मौके पर जाकर स्थिति देखी। दोषी शुगर ङ्क्षमल के खिलाफ केन्द्र सरकार ने कार्रवाई की है।
गंगा नदी इसी साल में स्वच्छ हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी नहर में शुगर मिल से मोलेसिस (शीरा) व्यास नदी के पायतन से बहकर हरिके बैराज में चला गया। वहां से इंदिरा गांधी नहर में प्रवाहित होने को केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लिया। इसके लिए उनकी अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई। इस कमेटी ने मौके पर जाकर स्थिति देखी। दोषी शुगर ङ्क्षमल के खिलाफ केन्द्र सरकार ने कार्रवाई की है।
बन रही योजना
अर्जुनराम मेघवाल ने बताया कि शीरा मिलने की घटना के बाद नहरों एवं नदियों में औद्योगिक अपशिष्ट का पानी नहीं मिले, इसके लिए दीर्घकालीन योजना बनाई जा रही है । अब इंदिरा गांधी नहर का पानी साफ रखने के लिए जल संसाधन मंत्रालय काम कर रहा है ।
दिसम्बर तक संयंत्र
मंत्री ने एक सवाल के जवाब में पवित्र गंगा साल २०१८ में साफ हो जाएगी। यह नदी ५ राज्यों के ९७ शहरों में से निकलती है। इन शहरों का सीवरेज का पानी गंगा में डाला जा रहा है। इन सभी शहरों में बड़ी क्षमता के जलशोधन संयंत्र लगाए जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक के शोधन संयंत्र दिसम्बर तक लग जाएंगे। इससे गंगा का पानी साफ रहने लगेगा ।
मंत्री ने एक सवाल के जवाब में पवित्र गंगा साल २०१८ में साफ हो जाएगी। यह नदी ५ राज्यों के ९७ शहरों में से निकलती है। इन शहरों का सीवरेज का पानी गंगा में डाला जा रहा है। इन सभी शहरों में बड़ी क्षमता के जलशोधन संयंत्र लगाए जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक के शोधन संयंत्र दिसम्बर तक लग जाएंगे। इससे गंगा का पानी साफ रहने लगेगा ।