घर-घर में स्थापित देवी प्रतिमाओं का तेल, सिंदूर, बर्ग, मालीपाना सहित विविध पूजन सामग्रियों से पूजन कर महाआरती की जाएगी। मिट्टी से बने पालसिए में गेंहू बोए जाएंगे। श्रद्धालु नौ दिनों तक व्रत-अनुष्ठान कर मां की पूजा अर्चना करेंगे। नवरात्र पूजन अनुष्ठान की पूर्णाहुति पर यज्ञ में आहुतियां दी जाएगी और देवी स्वरूप कन्याओं का पूजन किया जाएगा।
कोरोना एडवाईजरी की करें पालना
नवरात्र पूजन के दौरान शहर के कई मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचेंगे। शहर में कोरोना संक्रमण का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में कोरोना एडवाईजरी की पालना और कोरोना संक्रमण से बचाव आवश्यक हो जाता है। मंदिरों में दर्शनों के दौरान मास्क जरुर पहनकर जाए। सोशल डिस्टेंस का पालना करें। जहां तक संभव हो भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। बच्चों और बुजुर्गो का विशेष ध्यान रखें।
मंदिर बंद, एलईडी और ऑनलाइन दर्शन
कोरोना महामारी के कारण देशनोक करणीमाता मंदिर में १३ से २१ अप्रेल तक दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद है। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष गिरिराज सिंह बारहठ के अनुसार मंदिर में नित्य रूप से मां करणी की पूजा-अर्चना और महामआरती यथावत रूप से होंगे। श्रद्धालु घर बैठे करणी माता के दर्शन कर सकें, इसके लिए ऑनलाइन दर्शनों की सुविधा की गई है। पवनपुरी स्थित नागणेचेजी मंदिर भी नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगा। मंदिर पुजारी के अनुसार मंदिर में नित्य रूप से देवी मां की पूजा-अर्चना और महाआरती यथावत रूप से होगी। मंदिर के बाहर एलईडी लगाई गई है। दर्शनार्थी इस एलईडी के माध्यम से देवी मां के दर्शन कर सकेंगे।
बाजारों में रही रौनक, हुई खरीदारी
नवरात्र को लेकर सोमवार को शहर के विभिन्न बाजारों में विशेष रौनक रही। लोगों ने नवरात्र पूजन-अनुष्ठान के लिए विविध प्रकार की पूजन सामग्रियों सहित अन्य वस्तुओं की खरीदारी की। देवी मां के पूजन के लिए तेल, सिंदूर, बर्ग, मालीपाना, कुमकुम, अक्षत, धूप, दीप, नैवेद्य, ऋतुफल, श्रीफल, कर्पूर, पताशा, मिश्री, प्रसाद, वस्त्र, आभूषण, सुहाग सामग्री, धोती आदि की खरीदारी लोगों ने की। मिठाई की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही। वहीं पुष्पमालाओं की दुकानों पर देवी की पूजा अर्चना के लिए विभिन्न प्रकार के पुष्पों की मालाए और पुष्प खरीदे। मिट्टी के बर्तनों की दुकानों पर पालसिए की खरीदारी की। मंदिर परिसरों को सजाने के लिए रंग बिरंगी रोशनियों, सजावटी फूल, पत्तियां, गमले आदि की खरीदारी की।