भाटी ने दिया देशनोक का सुझाव रवीन्द्र रंगमंच में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने मुख्यमंत्री से कहा कि आज अष्टमी है। बीकानेर क्षेत्र में करणी माता का देशनोक मंदिर है। वहां जाने पर जनता में अच्छा मैसेज जाएगा। इसके बाद गहलोत ने प्रदेशाध्यक्ष व सुरक्षा अधिकारियों से चर्चा की ओर देशनोक के लिए रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री गहलोत का पहले से केवल एनएसयूआइ के कार्यक्रम में शामिल होने और रात्रि विश्राम के बाद रविवार सुबह 9 बजे सर्किट हाउस में जनसुनवाई का कार्यक्रम तय था। सार्दुल क्लब मैदान के हैलीपेड पर सीएम का हैलीकॉप्टर शाम 5 बजे उतरा। यहां पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्दराम मेघवाल, राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी, एनएसयूआइ प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी, प्रदेश कमेटी पदाधिकारी जियाउर रहमान आरिफ, महिला जिलाध्यक्ष सुनीता गौड़ आदि ने अगवानी की।
गहलोत ने बीकानेर आने के बाद कई कार्यक्रम तय किए। उन्होंने देशनोक करणी माता मंदिर जाने, जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ फीडबैक बैठक करने, प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के साथ संगठन पदाधिकारियों संग बैठक करने समेत कई कार्यक्रम तय किए।
डूडी ने तीन बार पुकारा गहलोत को
एनएसयूआइ के कार्यक्रम में कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के पहुंचने पर कुछ युवाओं ने उनके जिंदाबाद के नारे लगाए। इसके बाद डूडी के संबोधन के दौरान भी नारे लगे। भाषण के दौरान डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने जिस तरह राजनीति की शुरुआत एनएसयूआइ से की। उसी तरह उन्होंने भी एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष के रूप में राजनीति में कदम रखा। डूडी यह बोल रहे थे तब मुख्यमंत्री मंच पर बैठे मोबाइल में कुछ देख रहे थे। इस दौरान डूडी ने मुख्यमंत्री का नाम लेकर कहा कि गहलोत साहब आपको बताना चाहता हूं। इस पर गहलोत ने उनकी बात सुनी।
एनएसयूआइ के कार्यक्रम में कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के पहुंचने पर कुछ युवाओं ने उनके जिंदाबाद के नारे लगाए। इसके बाद डूडी के संबोधन के दौरान भी नारे लगे। भाषण के दौरान डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने जिस तरह राजनीति की शुरुआत एनएसयूआइ से की। उसी तरह उन्होंने भी एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष के रूप में राजनीति में कदम रखा। डूडी यह बोल रहे थे तब मुख्यमंत्री मंच पर बैठे मोबाइल में कुछ देख रहे थे। इस दौरान डूडी ने मुख्यमंत्री का नाम लेकर कहा कि गहलोत साहब आपको बताना चाहता हूं। इस पर गहलोत ने उनकी बात सुनी।
स्थापना दिवस संकल्प लेने का दिन
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि उन्होंने सीकर के कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एनएसयूआइ को ज्वाइन किया था। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस संकल्प लेने का दिन होता है। देश में जो हालात है वह चिंताजनक है। भाई-भतीजावाद में फंसे रहने का समय नहीं है। युवाओं का दायित्व बनता है कि देश को ठीक करें। कार्यक्रम में एनएसयूआइ राष्ट्रीय महासचिव गुरजोत सिंह संधु, कांग्रेस जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत, एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष सुन्दर बेरड़, महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रेयाज, केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, माटी कला बोर्ड के उपाध्यक्ष डूंगरराम गेदर, भूदान बोर्ड के अध्यक्ष लक्ष्मण कड़वासरा, मदन मेघवाल, जियाउर रहमान आदि मंचासीन रहे।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि उन्होंने सीकर के कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एनएसयूआइ को ज्वाइन किया था। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस संकल्प लेने का दिन होता है। देश में जो हालात है वह चिंताजनक है। भाई-भतीजावाद में फंसे रहने का समय नहीं है। युवाओं का दायित्व बनता है कि देश को ठीक करें। कार्यक्रम में एनएसयूआइ राष्ट्रीय महासचिव गुरजोत सिंह संधु, कांग्रेस जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत, एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष सुन्दर बेरड़, महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रेयाज, केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, माटी कला बोर्ड के उपाध्यक्ष डूंगरराम गेदर, भूदान बोर्ड के अध्यक्ष लक्ष्मण कड़वासरा, मदन मेघवाल, जियाउर रहमान आदि मंचासीन रहे।