सड़क परियोजना से प्रभावित होने वाले किसानों की दो वरीयता बनाई जाए। इसमें कुछ आंशिक प्रभावित हो रहे हैं। जिनके खेत में किनारे से सड़क निकल रही है। इसके अलावा दूसरे पूर्ण प्रभावित होने वाले किसान है। इनके खेतों में बीच से सड़क निकल रही है। ऐसी स्थिति में किसानों को अलग-अलग वरीयता में मुआवजा तय किया जाए। इसके अलावा किसानों को भूमि के बदले भूमि दिलवाने, ग्रीन कार्ड जारी करने, किसान परिवार के सदस्यों को रोजगार उपलब्ध करवाने समेत कई मुद्दे उठाए गए। इस मौके पर मनीराम जाखड़, शिवदत्त जाखड़, खेताराम जाखड़, कालूराम, लक्ष्मणराम, लालचंद, मघाराम, रेवन्तराम शर्मा, उमाराम, भंवरलाल समेत बड़ी संख्या में मौजूद थे।