वहीं पुलिस ट्रेनिंग के जवानों को भी अपने घर पर बनाए मास्क वितरित किए। इस काम में उनके पति विजयपाल बिश्नोई ने भी ड्यूटी के बाद अपने घर आकर सहयोग किया। दोनों ही कमांडर पति-पत्नी की ओर से की गई इस पहल का जब जिला पुलिस अधीक्षक को पता चला तो उन्होंने भी दोनों के काम की काफी सराहना की। दोनों की इस पहल पर एसपी ने उन्हें पुलिस के जवानों के लिए मास्क बनाने की पूरी जिम्मेदारी ही सौंप दी।
सात दिन में बनाए तीन हजार मास्क जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने सभी जवानों के लिए मास्क बनाने के लिए पुलिस फंड से मास्क बनाने के काम आने वाली सामग्री उपलब्ध करवा दी। साथ ही इस काम के लिए अन्य कांस्टेबलों का सहयोग लेने का मशविरा दिया। इसके बाद काम ने रफ्तार पकड़ी। रोज सात-आठ घंटे काम कर करीब पांच दिन में 3000 मास्क बनाकर पुलिस अधीक्षक को सौंप दिए। यह सिलसिला यही नहीं थमा। कंपनी कमांडर शिखा व उनके पति विजय बिश्नोई मास्क बनाने का काम लगातार जारी रखे हुए है।
कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है मास्क बच्ची के ऑपरेशन के कारण 25 दिन से चाइल्ड केयर लीव पर हूं। बाजार में मास्क मिल नहीं रहे थे। ऐसे में पुलिस जवानों के स्वास्थ्य की चिंता हुई और एक दिन घर पर मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया। मन में ठान लिया कि खुद मास्क बनाकर पुलिस जवानों और आमजन को नि:शुल्क बांटूंगी। पहले अकेले ही मास्क बनाती थी। पुलिस के तीन हजार जवानों के लिए मास्क बनाने की जिम्मेदारी मिलने के बाद नौ महिला पुलिस कांस्टेबल और चार अन्य पुलिस परिवार की महिलाओं के साथ मास्क बनाए। अब तक 3700 मास्क बनाए जा चुके हैं तथा यह काम लगातार जारी है।
दूसरों को लेनी चाहिए प्रेरणा
पुलिस के आरएसी में पदस्थापित पति-पत्नी पुलिस निरीक्षक ने मास्क बनाने का अच्छा काम किया है। इससे दूसरों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। पुलिस सेवा में आकर कैसे भी सेवा की जाए लेकिन जो जज्बा शिखा व विजय बिश्नोई ने दिखाया ऐसा सब में होना चाहिए।
पुलिस के आरएसी में पदस्थापित पति-पत्नी पुलिस निरीक्षक ने मास्क बनाने का अच्छा काम किया है। इससे दूसरों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। पुलिस सेवा में आकर कैसे भी सेवा की जाए लेकिन जो जज्बा शिखा व विजय बिश्नोई ने दिखाया ऐसा सब में होना चाहिए।
– प्रदीप मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक।