जिला परिषद विभिन्न योजनाओं में चल रहे निर्माण और विकास कार्यो में इन प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवा रहा है। जिला परिषद के अधिशाषी अभियंता यशपाल पूनिया के अनुसार रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए प्रवासी श्रमिकों के जॉब कार्ड भी बनाए गए है। 125 दिनों की अवधि में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
4845 परिवारों को जॉब कार्ड जारी
रोजगार प्राप्त करने के लिए 5029 प्रवासी परिवारों ने अपना पंजीकरण करवाया है। एक्सईएन मनरेगा मनीष पूनिया के अनुसार कोरोनाकाल में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 15550 प्रवासी परिवारों की संख्या दर्ज की गई। 4845 पंजीकृत परिवारों के जॉब कार्ड जारी किए जा चुके है। वहीं पंजीकृत परिवारों में 5086 परिवारों की ओर से रोजगार की मांग की गई। अब तक 6223 प्रवासी श्रमिक परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा चुका है। मनरेगा श्रमिकों की तरह प्रवासी श्रमिकों को भी 220 रुपए प्रतिदिन के अनुसार राशि उपब्ध करवाई जा रही है।
इन योजनाओं में मिला रोजगार
प्रवासी श्रमिकों को जिला परिषद के माध्यम से मनरेगा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन योजना, ग्राम पंचायत भवन, पंचायतराज की योजना 15 वां वित्त आयोग आदि में चल रहे निर्माण और विकास कार्यो में रोजगार उपलब्ध करवाया गया है।
प्रवासी परिवारों की संख्या – 15550
पंजीकरण करवाए परिवार – 5029
पंजीकृत परिवारों में जारी किए जॉब कार्ड – 4845
पंजीकरण परिवारों के आवेदन निरस्त – 16
रोजगार की मांग की गई परिवार – 5086
रोजगार उपलब्ध हुए प्रवासी परिवार – 6223