तबादले के आदेश से असंतुष्ट डॉ. मीणा ने न्यायालय की शरण ली। अब न्यायालय ने ३० दिसंबर, २० के आदेशानुसार उन्हें सीएमएचओ के पद से रिलीव करने पर रोक लगा दी है जबकि वर्तमान स्थिति में सीएमएचओ के पद पर डॉ. सुकुमार कश्यप पदस्थापित है एवं डॉ. मीणा को पूर्व में ही रिलीव किया जा चुका है। राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अब बीकानेर में असमंजस की स्थिति बन गई कि आगामी २७ जनवरी, २०२१ तक सीएमएचओ के पद पर कौन कार्यरत रहेगा।
जानकारी के मुताबिक डॉ. बीएल मीणा का ३० दिसंबर को हनुमानगढ़ तबादला कर दिया था। इसके बाद डॉ. मीणा ने हाईकोर्ट में सिविल रिट पीटीशन दाखिल की, जिस पर न्यायाधीश दिनेश मेहता ने स्टे ऑर्डर जारी कर दिया। अब द्वितीय पक्षकार को २७ जनवरी को जवाब दाखिल करना होगा।
हर बार अजब संयोग
डॉ. सुकुमार कश्यप के साथ दो सीएमएचओ का अजब संयोग ही रहता है। डॉ. कश्यप जब नागौर में सीएमचओ रहे तब भी वहां दो सीएमएचओ थे। अब बीकानेर में फिर डॉ. सुकुमार कश्यप जब बीकानेर के सीएमएचओ बने है तो यहां भी दो-दो सीएमएचओ हो गए हैं। नागौर में डॉ. कश्यप कोर्ट का स्टे लाए थे और बीकानेर में डॉ. बीएल मीणा स्टे ले आए हैं।
डॉ. सुकुमार कश्यप के साथ दो सीएमएचओ का अजब संयोग ही रहता है। डॉ. कश्यप जब नागौर में सीएमचओ रहे तब भी वहां दो सीएमएचओ थे। अब बीकानेर में फिर डॉ. सुकुमार कश्यप जब बीकानेर के सीएमएचओ बने है तो यहां भी दो-दो सीएमएचओ हो गए हैं। नागौर में डॉ. कश्यप कोर्ट का स्टे लाए थे और बीकानेर में डॉ. बीएल मीणा स्टे ले आए हैं।
मीणा के ट्रांसफर ने सबको चौकाया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा का तबादला उस समय किया गया जब उन्होंने बीकानेर को कोरोना से मुक्ति में विशेष भूमिका अदा की। डॉ. मीणा के तबादले ने सबको चौकाया। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि डॉ. मीणा का तबादला राजनीतिक कारणों से किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा का तबादला उस समय किया गया जब उन्होंने बीकानेर को कोरोना से मुक्ति में विशेष भूमिका अदा की। डॉ. मीणा के तबादले ने सबको चौकाया। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि डॉ. मीणा का तबादला राजनीतिक कारणों से किया गया।
न्याय प्रणाली पर था भरोसा
सरकारी नौकरी में तबादला एक रुटीन प्रक्रिया है लेकिन मेरा तबादल नीतिगत सही नहीं था। ऐसे में मैंने न्यायालय की शरण ली। मुझे न्यायायल पर पूरा भरोसा था और मेरे भरोसे की जीत हुई। न्यायालय ने मेरे तबादले पर स्टे दिया। अब गुरुवार को वापस पदभार ग्रहण करूंगा।
डॉ. बीएल मीणा, सीएमएचओ
सरकारी नौकरी में तबादला एक रुटीन प्रक्रिया है लेकिन मेरा तबादल नीतिगत सही नहीं था। ऐसे में मैंने न्यायालय की शरण ली। मुझे न्यायायल पर पूरा भरोसा था और मेरे भरोसे की जीत हुई। न्यायालय ने मेरे तबादले पर स्टे दिया। अब गुरुवार को वापस पदभार ग्रहण करूंगा।
डॉ. बीएल मीणा, सीएमएचओ